अपनी मांगों को लेकर लोको रनिंग स्टाफ की भूख हड़ताल
अपनी 19 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को आल इंडिया लोको रनिग स्टॉफ एसोसिएशन के संबलपुर मंडल शाखा की ओर से प्रबंधक कार्यालय के समक्ष 12 घंटे भूख हड़ताल की गई।
संवाद सूत्र, संबलपुर : अपनी 19 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को आल इंडिया लोको रनिग स्टॉफ एसोसिएशन के संबलपुर मंडल शाखा की ओर से प्रबंधक कार्यालय के समक्ष 12 घंटे भूख हड़ताल की गई।
हड़ताली लोको रनिग स्टॉफ एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने रेलवे की संपत्तियों का निजीकरण और बिक्री रोकने, आरएसी 1980 के अनुसार रनिग अलाउंस संशोधित करने, एनडीए के लिए अधिकतम सीमा हटाने, एचपीसी की रिपोर्ट के अनुसार ड्यूटी घंटे घटाकर 8 घंटे करने, सुरक्षा श्रेणी के रिक्त पदों को तत्काल भरने, एएलपी के लिए प्रेरण प्रशिक्षण को गति देने, लाइनबॉक्स को वापस लेने के लिए कदम रोकने, रनिग रूम की सुविधाओं में सुधार करने, कोविड से सुरक्षा सुनिश्चित करने और मृतकों के परिवार को मुआवजा राशि प्रदान करने, असुरक्षित ट्रेन संचालन बंद करने, पेपर पास को पुनस्र्थापित करने और ई- पास को प्राधिकरण के रूप में मान ट्रेन में प्रवेश करने की अनुमति देने, केएमए के लिए आयकर छूट की सीमा रुपये 10 हजार से 20 हजार तक करने, सभी योग्य लोको रनिग स्टाफ को एमएसीपी का भुगतान करने, लोको रनिग स्टाफ को सभी लंबित भुगतान करने समेत कई अन्य मांग की गई है। इस हड़ताल में एसोसिएशन के मंडल सचिव बुना साहू, सहसचिव डीके साहू, जोनल संगठन सचिव एके साहू, शाखा अध्यक्ष एस. बराल, शाखा सचिव चूड़ामणि, शाखा कोषाध्यक्ष एमआर महारणा, टीसी देहुरी, एस. सुना, डी. साहू, राकेश रंजन और परमेश्वर कुमार प्रमुख शामिल रहे। प्रधान अध्यापिका के व्यवहार से आहत शिक्षिका बेहोश पर गिरी : अस्वस्थ होने के कारण देर से स्कूल आने पर प्रधानाध्यापिका के द्वारा अशोभनीय व्यवहार के बाद राउरकेला में एक शिक्षिका बेहोश होकर सीढ़ी से गिर पड़ी। एंबुलेंस बुलवाकर उसे इलाज के लिए इस्पात जनरल अस्पताल भेजा गया। शिक्षिका के घुटने व अन्य हिस्से में चोट लगी है। क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में पहली से दसवीं कक्षा तक पढ़ाई होती है एवं इसके लिए 25 शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं। प्राथमिक कक्षा की शिक्षिका को कमर दर्द की समस्या है। इसके चलते चलना फिरना मुश्किल होता है। प्रधानाध्यापिका के द्वारा सभी शिक्षकों को सुबह 8.15 बजे तक उपस्थित होने का निर्देश दिया है। शारीरिक अस्वस्थता के कारण शिक्षिका सुबह नौ बजे पहुंची। देर से आने के कारण प्रधानाध्यापिका के द्वारा उसके साथ अशोभनीय व्यवहार किया गया। गुस्सा शांत करने के लिए शिक्षिका दूसरी मंजिल पर जा रही थी तभी अचानक चक्कर आने से वह गिर गई। शिक्षकों के द्वारा एंबुलेंस बुलाकर उन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पातल भेजा गया। प्रधानाध्यापिका के व्यवहार की निदा की जा रही है।