डा. रासेश्वरी पाणिग्राही वेलफेयर ट्रस्ट का गठन

विधायक रहने और नहीं रहने के बाद भी डॉ. रासेश्वरी पाणिग्राही का सेवाकार्य दूसरों के लिए एक उदाहरण बन गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:29 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:29 AM (IST)
डा. रासेश्वरी पाणिग्राही वेलफेयर ट्रस्ट का गठन
डा. रासेश्वरी पाणिग्राही वेलफेयर ट्रस्ट का गठन

वाद सूत्र, संबलपुर : विधायक रहने और नहीं रहने के बाद भी डॉ. रासेश्वरी पाणिग्राही का सेवाकार्य दूसरों के लिए एक उदाहरण बन गया है। उन्होंने सरकार से मिलने वाली पेंशन राशि को लेकर एक वेलफेयर ट्रस्ट का गठन किया है। इसका उद्देश्य समाज के जरूरतमंद लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग करना है। इस ट्रस्ट में 10 पदाधिकारियों को शामिल किया गया है, जिनमें से कुछ ने इस फंड के लिए सहयोग राशि दान किया है। और तो और, पूर्व विधायक डॉ. रासेश्वरी ने यह भी घोषणा की है कि जरूरत पड़ने पर वह अपनी संपत्ति से भी ट्रस्ट के काम को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगी।

शुक्रवार के अपराह्न, स्थानीय एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक डॉ. रासेश्वरी पाणिग्राही ने बताया कि उन्हें सरकार की ओर से प्रति महीने करीब 32 हजार रुपये का विधायक पेंशन मिलता है, लेकिन ईश्वर की कृपा से उन्हें इस पेंशन राशि की जरूरत नहीं पड़ती। बीते दो वर्षों से मिलने वाली यह पेंशन राशि अबतक 10 लाख रुपये हो चुकी है। इस राशि का सदुपयोग करने की खातिर एक वेलफेयर ट्रस्ट का गठन किया गया है। इस ट्रस्ट की ओर से जरूरतमंद विद्यार्थियों को सरकारी कॉलेज में शिक्षा और असहाय गरीबों को सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान इस सेवा को सरकारी कॉलेज और सरकारी अस्पताल तक सीमित रखा गया है। प्रो. शंकर प्रसाद पति की अध्यक्षता में आयोजित इस संवाददाता सम्मेलन में वेलफेयर ट्रस्ट गठन की घोषणा करते हुए ट्रस्ट में प्रो. शंकर प्रसाद पति को अध्यक्ष, सुभाष पाणिग्राही को सचिव, स्वरूप पुरोहित को कोषाध्यक्ष समेत सदस्य के रूप में शिक्षाविद निरुपमा बड़पंडा, वरिष्ठ मीडियाकर्मी शिवशंकर नंद, समाजसेवी सुधीर कुमार पुजारी, बिपिन पंडा, देवाशीष नंद, सुब्रत पंडा और डॉ. विकास होता को मनोनीत किया गया।

इस वेलफेयर ट्रस्ट के गठन के बाद अपनी प्रतिक्रिया में अध्यक्ष प्रो. पति समेत सदस्य सुधीर कुमार पुजारी, शिवशंकर नंद, निरुपमा बड़पंडा ने भरोसा जताया कि इस ट्रस्ट से समाज के जरुरतमंद विद्यार्थियों समेत सामान्य रोगों से पीड़ित मरीजों का भला हो सकेगा। समाज में बहुत से लोग आर्थिक रुप से सबल और उनके पास संबल होने के बावजूद परोपकार के प्रति मानसिकता का अभाव है। ऐसे लोगों को भी नेक और जनहित कार्य में भागीदार बनने का आव्हान किया गया।

chat bot
आपका साथी