ओडिशा के संबलपुर में जंगली हाथी ने जमकर मचाया उत्पात, दीवार गिरी; दो की मौत; दाेे घायल
Elephant attack in Odisha संबलपुर में जंगली हाथी ने जमकर उत्पात मचाया इस घटना में दो लोगों की मौत हो गयी और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।
संबलपुर, जेएनएन। जिला के जुजुमुरा थाना अंतर्गत कोलगां और नुंआ बरंगामाल में मंगलवार- बुधवार की रात जंगली हाथी द्वारा दो घर तोड़े जाने से इसके नीचे दबकर दो की मौत हो गयी, जबकि अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल और बुर्ला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उधर, कुछ ही घंटों के अंतराल घटित इन दोनों घटनाओं के बाद संबलपुर मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत कुमार ने इलाके में एक विशेष फोरेस्टर को नियुक्त किया है और वर्तमान के फोरेस्टर के खिलाफ कार्रवाई की सूचना दी है। बताया गया है कि इलाके का फोरेस्टर अधिकांश समय अपने मुख्यालय में अनुपस्थित रहता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार- बुधवार की रात, जुजुमुरा थाना अंतर्गत कोलगां में एक जंगली हाथी घुस गया और केशापाली सरपंच उमाकांत मिर्धा के मिट्टी के एक घर को तोड़ दिया। घर की कच्ची दीवार गिरने से अंदर सोये सरपंच के पिता कंध मिर्धा और माता उर्मिला मिर्धा समेत 12 वर्षीय भांजी रश्मिता मिर्धा घायल हो गए। उनकी चीख पुकार सुनकर पडोसी घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों को मलबे से बाहर निकालकर इलाज के लिए जुजुमुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टर ने सरपंच की मां उर्मिला और भांजी रश्मिता को मृत घोषित कर दिया, जबकि पिता कंध को बेहतर इलाज के लिए बुर्ला हॉस्पिटल स्थानांतरित कर दिया। मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत के अनुसार, हाथी घर तोड़ने के बाद अंदर रखा चावल का बोरा ले गया।
इसी तरह, बुधवार की प्रात: इसी थाना अंतर्गत नुंआ बरंगामाल गांव में भी एक हाथी ने कृपालु मिर्धा का मिट्टी का घर तोड़ दिया । घर के अंदर सोयी 10 वर्ष की मानसी कुंभार मलबे में दब गयी थी। पड़ोसियों ने उसे बाहर निकाला। इसकी खबर लगते ही रेंज अधिकारी गौरीशंकर दाश घटनास्थल पर पहुंचे और अपनी गाड़ी से घायल मानसी को इलाज के लिए संबलपुर सदर अस्पताल पहुंचाया। वर्तमान मानसी की हालत खतरे से बाहर बताई गयी है ।
मंडल वन अधिकारी डॉ.संजीत ने बताया है कि सरकारी प्रावधान के तहत प्रत्येक मृतक के परिवार को फौरी तौर पर 40-40 हजार रूपए और घायलों को 5-5 हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान की गयी है।जिला के जुजुमुरा थाना अंतर्गत कोलगां और नुंआ बरंगामाल में मंगलवार- बुधवार की रात जंगली हाथी द्वारा दो घर तोड़े जाने से इसके नीचे दबकर दो की मौत हो गयी, जबकि अन्य दो गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल और बुर्ला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
उधर, कुछ ही घंटों के अंतराल घटित इन दोनों घटनाओं के बाद संबलपुर मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत कुमार ने इलाके में एक विशेष फोरेस्टर को नियुक्त किया है और वर्तमान के फोरेस्टर के खिलाफ कार्रवाई की सूचना दी है। बताया गया है कि इलाके का फोरेस्टर अधिकांश समय अपने मुख्यालय में अनुपस्थित रहता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार- बुधवार की रात, जुजुमुरा थाना अंतर्गत कोलगां में एक जंगली हाथी घुस गया और केशापाली सरपंच उमाकांत मिर्धा के मिट्टी के एक घर को तोड़ दिया। घर की कच्ची दीवार गिरने से अंदर सोये सरपंच के पिता कंध मिर्धा और माता उर्मिला मिर्धा समेत 12 वर्षीय भांजी रश्मिता मिर्धा घायल हो गए। उनकी चीख पुकार सुनकर पडोसी घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों को मलबे से बाहर निकालकर इलाज के लिए जुजुमुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टर ने सरपंच की मां उर्मिला और भांजी रश्मिता को मृत घोषित कर दिया, जबकि पिता कंध को बेहतर इलाज के लिए बुर्ला हॉस्पिटल स्थानांतरित कर दिया। मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत के अनुसार, हाथी घर तोड़ने के बाद अंदर रखा चावल का बोरा ले गया।
इसी तरह, बुधवार की प्रात: इसी थाना अंतर्गत नुंआ बरंगामाल गांव में भी एक हाथी ने कृपालु मिर्धा का मिट्टी का घर तोड़ दिया । घर के अंदर सोयी 10 वर्ष की मानसी कुंभार मलबे में दब गयी थी। पड़ोसियों ने उसे बाहर निकाला। इसकी खबर लगते ही रेंज अधिकारी गौरीशंकर दाश घटनास्थल पर पहुंचे और अपनी गाड़ी से घायल मानसी को इलाज के लिए संबलपुर सदर अस्पताल पहुंचाया। वर्तमान मानसी की हालत खतरे से बाहर बताई गयी है । मंडल वन अधिकारी डॉ.संजीत ने बताया है कि सरकारी प्रावधान के तहत प्रत्येक मृतक के परिवार को फौरी तौर पर 40-40 हजार रूपए और घायलों को 5-5 हजार रूपए की सहायता राशि प्रदान की गयी है।