रेंगाली स्टेशन में आपदा प्रबंधन अभ्यास
पूर्वतट रेलवे के संबलपुर मंडल अधीनस्थ रेंगाली स्टेशन में शुक्रवार को को वृहद स्तरीय संयुक्त आपदा प्रबंधन अभ्यास का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, संबलपुर : पूर्वतट रेलवे के संबलपुर मंडल अधीनस्थ रेंगाली स्टेशन में शुक्रवार को को वृहद स्तरीय संयुक्त आपदा प्रबंधन अभ्यास का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (मुंडली), ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (बलांगीर) स्थानीय प्रशासन, राज्य अग्निशमन सेवा, स्वास्थ्य सेवा, रेलवे स्काउट्स एंड गाइड, रेंगाली के स्थानीय गैर सरकारी संगठनों और रेलवे के सभी विभागों ने हिस्सा लिया। यह अभ्यास रेल कोच बॉडी को काटने, अग्निशमन और त्वरित चिकित्सा निकासी जैसे आधुनिक उपकरणों का उपयोग करके किया गया।
संबलपुर मंडल रेल प्रबंधक प्रदीप कुमार ने घटनास्थल का दौरा कर सभी प्रतिभागियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास से रेलवे और सभी प्रतिभागी एजेंसियों को किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में गहराई से और समन्वित तरीके से निपटने में मदद मिलेगी, जिससे पीड़ितों को होने वाली कठिनाइयों को कम किया जा सकेगा और सभी एजेंसियों के लिए रिस्पांस टाइम को कम करने में भी मदद मिलेगी। वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी (प्रभारी) संतोष कुमार देवांगन ने इस अभ्यास मे भाग लेने वाली सभी एजेंसियों और स्वयंसेवकों को अपनी निस्वार्थ सेवा से भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया एवं आभार जताया। होली के लिए अभी से हो रही टिकटों की बुकिंग : ट्रेनों के नंबर के आगे से शून्य हटते ही रेल यात्रियों को राहत मिल गई है। आगामी होली पर ट्रेन से सफर करने वाले यात्री एडवांस में ही धड़ाधड़ बुकिग करा रहे हैं। ज्यादातर ट्रेनों में वेटिग का अर्धशतक पार कर गया है। इस ठंड में भी टिकट पाने की होड़ में रेलयात्रियों का पसीना निकल रहा है। नियमित होते ही इन ट्रेनों की अग्रिम आरक्षण अवधि (एआरपी) बढ़कर 120 दिन हो गई है। रेलवे ने अगले साल मार्च का एडवांस रिजर्वेशन शुरू भी कर दिया है। होली पर राउरकेला जंक्शन होकर चलने वाली मुंबई-हावड़ा मेल, गीतांजलि एक्सप्रेस, नई दिल्ली-पुरी उत्कल एक्सप्रेस, पुणे-आजाद हिद, यसवंतपुर-टाटा नगर, यशवंतपुर-हटिया जैसी डिमांड वाली ट्रेनों के यात्रियों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। अगले 15 दिनों में कई ट्रेनों में आरक्षण पूरी तरह से हाउसफुल होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। बताते चले कि 15 नवंबर से रेलवे ने सभी ट्रेनों के नंबर के आगे से शून्य हटाकर उनको पूर्व की तरह नियमित कर दिया है।