दीपक यादव हत्याकांड में दंपती गिरफ्तार
दीपक यादव हत्याकाड को लेकर जैसी आशका की जा रही थी आखिर वही हुआ।
संवाद सूत्र, संबलपुर : दीपक यादव हत्याकाड को लेकर जैसी आशका की जा रही थी आखिर वही हुआ। मंगलवार की शाम, स्थानीय धनुपाली थाना की पुलिस ने इस हत्याकाड के दो मुख्य आरोपितों के खिलाफ अपराध दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। गिरफ्तार दोनों आरोपित पति. पत्नी हैं और अवैध संबंध को लेकर हो रही बदनामी से बचने के लिए दोनों ने साजिश के तहत दीपक की हत्या कर दी। यह घटना 26 जुलाई की देर रात हुई थी।
धनुपाली थाना अंतर्गत गोविंदटोला के हरिओम नगर में रहने वाले बनित परदिया उर्फ बंता और उसकी पत्नी मिनती परदिया ने मिलकर चारभट्टी इलाके में रहने वाले दीपक यादव को अपने घर बुलाकर निर्मम हत्या कर दी थी। इस दौरान हुई झड़प में बनित और उसकी पत्नी मिनती भी घायल होकर अस्पताल में भर्ती थे। घटना की जाच पड़ताल और पूछताछ के बाद परदिया दंपती को दीपक की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के अनुसार, बरगढ़ मिला के बरपाली थाना अंतर्गत गड़गड़दला गाव का बनित परदिया उर्फ बंता रोजी रोटी कमाने की खातिर कुछ वर्ष पहले अपनी पत्नी मिनती परदिया के साथ संबलपुर आया था। दोनों धनुवाली के हरिओम नगर के एक किराए के मकान में रहने लगे। यहा रहकर बनित ऑटो चलाने लगा। इसी दौरान उसकी जान पहचान चारभट्टी इलाके में रहने और दूध का कारोबार करने वाले दीपक यादव से हुई। इसके बाद दीपक का आना जाना बनित के घर शुरू हो गया। इसी दौरान, दीपक और बनित कि पत्नी मिनती के बीच अवैध संबंध बन गया। इसकी उड़ती खबर पति बनित के कानों तक भी पहुंची। उसने पत्नी मिनती को अवैध संबंध खत्म करने को कहा, लेकिन मिनती और दीपक नहीं माने। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि इस अवैध संबंध को लेकर जब पति-पत्नी का वैवाहिक जीवन खतरे में पड़ गया तब दोनों ने दीपक से हमेशा के लिए छुटकारा पाने की योजना बनाई। इसी योजना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए 26 जुलाई की देर रात मिनती ने दीपक को फोन किया। कोई जरुरी बात करने के बहाने उसे अपने घर बुलाया। मिनती और उसके पति बनित की योजना से अनजान दीपक उनके घर पहुंचा, जहा पति-पत्नी ने मास काटने के चॉपर और लाठी से उसपर अचानक हमला कर हत्या कर दी। इस दौरान बनित और मिनती भी घायल हुए थे और इलाज के लिए दोनों बुर्ला हॉस्पिटल में भर्ती थे। हॉस्पिटल से दोनों के रिलीव होने के बाद धनुपाली थाना की पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ किया तब इस साजिश का खुलासा हुआ।