संबलपुर में पशु-पक्षियों के लिए वन विभाग ने की जलकुंड की व्यवस्था
लॉकडाउन की वजह से खाने-पीने के लिए तरसते बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए कुछ स्वेच्छासेवी संगठनों की ओर से व्यवस्था किए जाने के बाद अब संबलपुर वन मंडल की ओर से उनके लिए शहर के विभिन्न स्थानों में पेयजल के लिए जलकुंड रखा गया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : लॉकडाउन की वजह से खाने-पीने के लिए तरसते बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए कुछ स्वेच्छासेवी संगठनों की ओर से व्यवस्था किए जाने के बाद अब संबलपुर वन मंडल की ओर से उनके लिए शहर के विभिन्न स्थानों में पेयजल के लिए जलकुंड रखा गया है।
संबलपुर मंडल वन अधिकारी डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले लोगों से इसके लिए सहयोग की अपील की गई थी। लोगों ने इसमें सहयोग करते हुए पानी टंकी, प्लास्टिक के ड्रम आदि दिए। लोगों के इस सहयोग के बाद शहर के सौ स्थानों में पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था की गई है। इन जलकुंडों में पानी टैंकर से पानी भरा जाएगा और इसकी देखभाल वन विभाग करेगा। उन्होंने शहर के लोगों से अपने-अपने घरों, हाउसिग सोसाइटी और दुकानों के आगे ऐसे जलकुंड लगाकर प्यासे पशु-पक्षियों की सहायता करने की अपील की है।
कोरोना से जंग के लिए बुर्ला हॉस्पिटल को मिले 5 वेंटिलेटर
सूबे में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसके खिलाफ जंग तेज कर दी गई है। इसी सिलसिले में ओडिशा स्टेट मेडिकल काउंसिल की ओर से बुर्ला हॉस्पिटल को पांच वेंटिलेटर भेजे गए हैं। माना जा रहा है कि बाद के दिनों में यह वेंटिलेटर संबलपुर जिला मुख्य अस्पताल को भेजे जा सकते हैं, क्योंकि जिला अस्पताल को वर्तमान कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया गया है, जहां ऐसे वेंटिलेटर की अधिक जरूरत पड़ेगी।
जिला अस्पताल को वर्तमान कोविड-19 अस्पताल में तब्दील तो किया गया है, लेकिन इस अस्पताल में वर्तमान केवल नौ वेंटिलेटर ही उपलब्ध हैं, जिसे बुर्ला हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। जिला अस्पताल को 500 शय्या वाले कोविड- 19 अस्पताल में तब्दील करने की योजना के दौरान ही इस अस्पताल के लिए अधिक वेंटिलेटर मुहैया कराने का प्रस्ताव सरकार को दिया गया था। इस प्रस्ताव को ध्यान में रखते हुए पहले चरण में पांच वेंटिलेटर भेजे गए हैं।