हाउस सर्जन, पीजी व एमबीबीएस छात्र भी आदोलन में कूदे

बुर्ला स्थित वीर सुरेंद्र साय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च संस्थान के निदेशक डॉ. अश्रि्वनी पुजाहारी को हटाने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स संघ का आंदोलन सोमवार से और तेज हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 05:07 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 05:07 PM (IST)
हाउस सर्जन, पीजी व एमबीबीएस छात्र भी आदोलन में कूदे
हाउस सर्जन, पीजी व एमबीबीएस छात्र भी आदोलन में कूदे

संवादसूत्र, संबलपुर : बुर्ला स्थित वीर सुरेंद्र साय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च संस्थान के निदेशक डॉ. अश्विनी पुजाहारी को हटाने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स संघ का आंदोलन सोमवार से और तेज हो गया है। आंदोलन के तीसरे दिन संघ के 50 हाउस सर्जन, 250 पीजी छात्र तथा 750 एमबीबीएस के छात्र-छात्रा भी इसमें शामिल हो जाने से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सा सेवा चरमरा गई है। स्थिति को संभालने के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था में मरीजों के इलाज के लिए नियमित चिकित्सकों समेत नन टी¨चग स्टॉफ की छुट्टियां रद कर उन्हें काम पर लगाया गया है। वहीं, प्रबंधन और जूनियर डॉक्टरों के बीच जारी खींचतान को देखते हुए कई मरीज अस्पताल छोड़कर निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम में चले गए हैं। अपनी मांगों को लेकर जहां जूनियर डॉक्टर अपनी जिद पर अड़े हैं वहीं संघ ने सरकार के रवैये पर नाराजगी जतायी है। जूनियर डॉक्टरों ने दो दिनों तक केवल आपातकालीन चिकित्सा में हाथ बंटाने के बाद सोमवार से आपातकालीन और इंडोर का काम भी बंद कर दिया है।

पश्चिम ओडिशा के एकमात्र मेडिकल कॉलेज व अस्पताल होने के कारण यहां रोजाना विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों मरीज आते हैं। तीन सौ से अधिक मरीजों का अस्पताल में इलाज चलता है। लेकिन जूनियर डॉक्टरों के कामबंद आंदोलन से अस्पताल में कामकाज ठप हो गया है।

chat bot
आपका साथी