संबलपुर जिला में कोरोना संक्रमण के 24 नए मामले

जिला के ग्रामांचलों के मुकाबले संबलपुर महानगर निगम इलाके में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण का ग्राफ फिर से बढ़ने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:04 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 10:04 PM (IST)
संबलपुर जिला में कोरोना संक्रमण के 24 नए मामले
संबलपुर जिला में कोरोना संक्रमण के 24 नए मामले

संवाद सूत्र, संबलपुर : जिला के ग्रामांचलों के मुकाबले संबलपुर महानगर निगम इलाके में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण का ग्राफ फिर से बढ़ने लगा है। अनलाक के दौरान मिली छूट का दुरुपयोग और दशहरा के दौरान कोविड नियमों की अनदेखी से यह स्थिति पैदा हुई है। रविवार को संबलपुर जिला में कोरोना संक्रमित 24 नए मरीजों की पहचान हुई, जिसमें से 19 महानगर निगम इलाके और 5 विभिन्न ब्लॉक इलाके के हैं।

गौरतलब है कि शनिवार को जिला से 18 संक्रमित, 22 अक्टूबर को 14, 21 को 12 और 20 अक्टूबर को 16 संक्रमित मिले थे। 24 अक्टूबर को मिले 24 नए मरीजों के साथ जिला में अबतक 31 हजार 563 लोग संक्रमित हो चुके हैं, इनमें से 31 हजार 192 स्वस्थ हो चुके है। वहीं, वर्तमान 131 संक्रमित इलाजरत हैं और अबतक 240 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।

नए मरीजों में संबलपुर महानगर निगम इलाके के साहू कालोनी, भालुपाली, बरेईपाली, मोदीपाड़ा, दलेईपड़ा, अईंठापाली, पुटिबंध, मालीपाडा, सहयोग नगर, मोतीझरण, प्रधानपाड़ा, रि•ार्व पुलिस लाइन, सोनापाली, कुलुथकानी, उपनगर हीराकुद और धनकौड़ा इलाके से 19 संक्रमित मिले हैं। वहीं, कुचिडा ब्लॉक से 3, रेढाखोल और नाकटीदेऊल ब्लॉक से एक एक संक्रमित मिले। गंदगी से परेशान फर्टिलाइजरवासी : राउरकेला के फर्टिलाइजर अंचल के एक मंदिर के पास विगत कई महीने से कचरा समेत सड़ी गली सब्जी पड़े रहने के कारण पूरे क्षेत्र में बदबूदार माहौल बना हुआ है। इससे मंदिर के पास रास्ते से गुजरने वाले लोगों को नाक बंद कर गुजरना पड़ता है। थोड़ी भी बारिश होती है तो यहां पड़ा कचरा सड़क पर बहता है। लावारिस पशु कचरे को अपना खाना बनाने के कारण यहां पर अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। स्थानीय लोगों ने समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।

संसू, फर्टिलाइजर : अंचल के एक मंदिर के पास विगत कई महीने से कचरा समेत सड़ी गली सब्जी पड़े रहने के कारण पूरे क्षेत्र में बदबूदार माहौल बना हुआ है। इससे मंदिर के पास रास्ते से गुजरने वाले लोगों को नाक बंद कर गुजरना पड़ता है। थोड़ी भी बारिश होती है तो यहां पड़ा कचरा सड़क पर बहता है। लावारिस पशु कचरे को अपना खाना बनाने के कारण यहां पर अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। स्थानीय लोगों ने समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।

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