दुकान पर कब्जे को लेकर हिसक झड़प में दो घायल

स्थानीय वैद्यनाथ चौक स्थित किशन कुमार केडिया की चूड़ी की दुकान पर कब्जे को लेकर हुई हिसक झड़प का मामला थाने तक पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 08:45 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 08:45 AM (IST)
दुकान पर कब्जे को लेकर हिसक झड़प में दो घायल
दुकान पर कब्जे को लेकर हिसक झड़प में दो घायल

संवाद सूत्र, संबलपुर : स्थानीय वैद्यनाथ चौक स्थित किशन कुमार केडिया की चूड़ी की दुकान पर कब्जे को लेकर हुई हिसक झड़प का मामला थाने तक पहुंच गया है। पहले यह चूड़ी दुकान किशन के कब्जे में थी। इस दुकान को लेकर कैलाश अग्रवाल ने दीवानी मुकदमा दायर किया था। हाल ही में किशन ने यह दुकान किसी कमल अग्रवाल को बेच दी और एक महीने में उसे पट्टा भी मिल गया। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को इसी को लेकर शिकायतकर्ता पड़ोसी कैलाश अग्रवाल ने जबरन कमल अग्रवाल की दुकान का शटर बंद कर ताला लगा दिया। इसी को लेकर दोनों के बीच बहस हुई। आरोप है कि करीब आधे घंटे के बाद, कमल अपने कुछ साथियों के साथ आया और दुकान में लगाए गए ताले को तोड़ दिया। तब शिकायतकर्ता कैलाश के बेटे बिट्टू अग्रवाल ने विरोध किया। इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट और जवाबी हमला हुआ। दोनों पक्ष के एक एक लोग घायल हो गए।

कमल अग्रवाल की रिपोर्ट के आधार पर टाऊन थाना में भादंवि की धारा- 294, 323, 448, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया और शिकायतकर्ता कैलाश की रिपोर्ट पर धारा- 147, 148, 323, 307, 324, 452, 379 और 149 के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपित कमल अग्रवाल (वैद्यनाथ चौक), मोहम्मद यूसुफ (पेंशनपाड़ा) और मोहम्मद शब्बीर (सोनापाली) को हिरासत में लेकर आगे की पड़ताल कर रही है। आटो की टक्कर से वृद्ध की मौत : लहुणीपाड़ा थाना अंतर्गत गौतमडीह गांव में शनिवार की रात को बिना लाइट वाले आटो की टक्कर से वृद्ध की मौत हो गई। पुलिस द्वारा शव को जब्त किया गया एवं दुर्घटनाजनित मौत का मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू की गई है। गौतमडीह गांव निवासी सुंदर लोहरा पैदल जा रहा था तभी सालोइडीह की ओर से आ रहे बिना लाइट वाले आटो ने उसे टक्कर मार दिया। गंभीर चोट के कारण मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा शव को जब्त किया गया एवं संबंधित आटो को भी जब्त कर लिया गया। शव को लहुणीपाड़ा अस्पताल लाया गया जहां उसका पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार वालों को सौंपा गया है।

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