ओडिशा के तीन डाकघरों में 2 करोड़ 44 लाख की धोखाधड़ी, CBI और पुलिस कर रही है जांच

ओडिशा के कोरापुट डाक मंडल अंतर्गत तीन शाखा डाकघरों में 2 करोड़ 44 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सभी संबंधित पोस्टमास्टरों को निलंबित कर दिया गया है। सीबीआई और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 03:00 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 03:06 PM (IST)
ओडिशा के तीन डाकघरों में 2 करोड़ 44 लाख की धोखाधड़ी, CBI और पुलिस कर रही है जांच
ओडिशा के कोरापुट डाक मंडल अंतर्गत तीन शाखा डाकघरों में 2 करोड़ 44 लाख रुपये की धोखाधड़ी

संबलपुर, संवाद सूत्र। भारत सरकार के डाक विभाग (डीओपी) ने ओडिशा के कोरापुट डाक मंडल अंतर्गत तीन शाखा डाकघरों में 2 करोड़ 44 लाख रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा किया है। संचार मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, कोरापुट डाक मंडल अंतर्गत लचीपेटा, मलकानगिरी कॉलोनी और भेजांगीवाड़ा डाकघरों में इस धोखाधड़ी का पता चला है।

डाक विभाग के सचिव विनीत पांडे ने हाल ही में ओडिशा में सामने आए धोखाधड़ी के मामलों से निपटने में विभाग की सक्रिय कार्रवाई के बारे में बताया है कि डाक प्रणाली में जनता के विश्वास पर कोई समझौता नहीं होगा। भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामलों को टालने के लिए लगातार तंत्र को मजबूत किया जा रहा है। 21 अगस्त को कोरापुट जिला के दौरे के दौरान, कोरापुट मंडल के लचीपेटा, मलकानगिरी कॉलोनी और भेजांगीवाड़ा डाकघरों में धोखाधड़ी के तीन मामलों को संचार, सूचना प्रौद्योगिकी और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के संज्ञान में लाया गया था।

पांडेय ने बताया कि इन सभी मामलों में कुल मिलाकर 2 करोड़ 44 लाख रुपये की राशि लगी हुई है। सभी संबंधित पोस्टमास्टरों को पहले ही निलंबित कर दिया गया है। बिश्वनाथ पोडियामी द्वारा किए गए लचीपेटा और मलकानगिरी कालोनी डाकघरों में 2 करोड़ 9 लाख रुपए की धोखाधड़ी की रिपोर्ट केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को दी गई है, जिन्होंने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

भेजांगीवाड़ा शाखा पोस्टमास्टर माना पुजारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और भादंवि की धारा- 408, 409, 420, 468, 471 और 473 के तहत मामला दर्ज किया है। सीबीआई और पुलिस अधिकारियों को जल्द से जल्द जांच पूरी करने को कहा गया है। मुख्य आरोपियों और उनके परिवार के सदस्यों की संपत्ति कुर्क करने के निर्देश जारी किए गए हैं। लचीपेटा डाकघर में विभागीय जांच पहले ही पूरी कर ली गई है। अन्य दो मामलों में प्रारंभिक जांच विभाग द्वारा पूरी कर ली गई है और विस्तृत जांच जारी है और एक महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी। प्राथमिक जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ बड़ी सजा की कार्यवाही शुरू की जा रही है। इसके अलावा, उन सभी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिनकी ढिलाई से इन धोखाधड़ी को बढ़ावा मिला है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भेजांगीवाड़ा के पोस्टमास्टर माना पुजारी ने जमाकर्ताओं के 35 लाख रुपए उनके खाते मदन जमा करने के बजाय अपने परिवार और रिश्तेदारों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया था। इसी तरह, पोस्टमास्टर विश्वनाथ पोडियामी ने जमाकर्ताओं का 2 करोड़ 9 लाख रुपए अपने परिवार और रिश्तेदारों के नाम ट्रांसफर किया था।

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