तीन रेलवे ओवरब्रिज का काम रुका, दो का नहीं हुआ टेंडर

स्मार्ट सिटी राउरकेला में ट्रैफिक समस्या जटिल होती जा रही है। पांच रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण की योजना भी अधर में है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 08:27 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 08:27 AM (IST)
तीन रेलवे ओवरब्रिज का काम रुका, दो का नहीं हुआ टेंडर
तीन रेलवे ओवरब्रिज का काम रुका, दो का नहीं हुआ टेंडर

जागरण संवाददाता, राउरकेला : स्मार्ट सिटी राउरकेला में ट्रैफिक समस्या जटिल होती जा रही है। पांच रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण की योजना भी अधर में है। राउरकेला एवं आसपास के क्षेत्र में आठ स्थानों पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव था। रेलवे एवं प्रशासन के तालमेल के अभाव में 15 साल में केवल तीन ओवरब्रिज बसंती कालोनी, एसटीआइ एवं आइटीआइ रेलवे फाटक पर ही बन पाये हैं। बंडामुंडा के कुकड़ागेट, आइडीसी कलुंगा-1, कलुंगा-2 का काम विवाद के चलते शुरू नहीं हो पाया है जबकि मालगोदाम व कलुंगा-3 फाटक का अब तक टेंडर ही नहीं हुआ है।

राउरकेला से झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर व चाइबासा को जोड़ने वाली पीडब्लूडी सड़क पर बंडामुंडा के कुकड़ा रेलवे फाटक में हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग के साथ बरसुआं एवं रांची मार्ग की रेल गाड़ियां आती जाती हैं। इससे यहां हर दिन घंटों जाम लगता था। इस समस्या के समाधान के लिए 44 करोड़ रुपये की लागत पर 15 मार्च 2021 को रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू किया गया। अब तक केवल मिट्टी की जांच, फारेस्ट क्लियरेंस एवं कुछ औपचारिकता पूरी की गई है। 16 सितंबर 2023 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। छह महीने में केवल पांच प्रतिशत काम ही हो पाया है। आइडीसी कलुंगा-1 व कलुंगा-2 पर 16 करोड़ रुपये की लागत पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण होना है। इसका काम भी धीमी गति से चल रहा है। करीब 17 करोड़ रुपये की लागत पर कलुंगा-3 रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण होना है पर अब तक इसका टेंडर नहीं हो पाया है। शहरी क्षेत्र में ट्रैफिक समस्या अधिक जटिल हो रही है। इससे निपटने के लिए मालगोदाम फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण करने की योजना है। इसके लिए राजस्व विभाग को जगह की पहचान करने का निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद जिलापाल एवं अन्य अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसके आधार पर इलाके की बस्तियां खाली करायी जाएंगी व काम शुरू होगा। यहां एक साल के अंदर ओवरब्रिज के निर्माण के आसार नहीं हैं। स्मार्ट सिटी बनने के बाद राउरकेला में ट्रैफिक समस्या का समाधान करना मुख्य चुनौती है। राउरकेला इस्पात संयंत्र की ओर से रिग रोड पर दो रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया गया है। 2008 में बसंती कालोनी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हुआ एवं पांच साल बाद 2013 में यह पूरा हुआ। 40 करोड़ की लागत पर निर्मित एसटीआइ रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण हुआ एवं 1 मार्च 2019 को लोकार्पण किया गया। 43.42 करोड़ की लागत पर आइटीआइ ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हुआ एवं मार्च 2021 में इसका लोकार्पण किया गया है। रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण होने से रेल लाइन पार करने में सुविधा होगी एवं लगने वाले जाम से बचा जा सकेगा।

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