रिश्तेदार को बेड नहीं मिलने पर आरजीएच में हंगामा

इलाज कराने रिश्तेदार को राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) लाए बंडामुंडा बी सेक्टर के चूड़ी बस्ती निवासी प्रमोद कुमार जगदेव और बिरसा मुंड़ा पर गुरुवार को बेड न मिलने पर हंगामा करने ड्यूटी में तैनात डा. दुर्गेश सोय के साथ धक्का- मुक्की करने तथा महिला कर्मचारियों से दु‌र्व्यवहार करने का आरोप लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 10:17 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 10:17 PM (IST)
रिश्तेदार को बेड नहीं मिलने पर आरजीएच में हंगामा
रिश्तेदार को बेड नहीं मिलने पर आरजीएच में हंगामा

जागरण संवाददाता, राउरकेला : इलाज कराने रिश्तेदार को राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) लाए बंडामुंडा बी सेक्टर के चूड़ी बस्ती निवासी प्रमोद कुमार जगदेव और बिरसा मुंड़ा पर गुरुवार को बेड न मिलने पर हंगामा करने, ड्यूटी में तैनात डा. दुर्गेश सोय के साथ धक्का- मुक्की करने तथा महिला कर्मचारियों से दु‌र्व्यवहार करने का आरोप लगा है। घटना के बाद चिकित्सकों और कर्मचारियों ने इसके विरोध में अस्पताल का काम बंद कर दिया। दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ सुरक्षा की मांग कर रहे चिकित्साकर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण लगभग एक घंटे तक अस्पताल में तनावपूर्ण माहौल बना रहा। सूचना पाकर रघुनाथपाली थाना की पुलिस अस्पताल पहुंची। हंगामा कर रहे आरोपितों को समझाने का प्रयास किया। डा. दुर्गेश सोय द्वारा मरीज व उसके रिश्तेदारों के खिलाफ लिखित शिकायत करने पर पुलिस दोनों को पकड़ कर थाना ले गई। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।

इंडोर के कमरे के बेड फुल देख करने लगे हंगामा : घटना के संबंध में आरजीएच के निदेशक संतोष कुमार स्वाई ने बताया वेब पोर्टल के पत्रकार बिरसा मुंडा, महिला रिश्तेदार को गंभीर हालत में इलाज के लिए अपने साथी प्रमोद कुमार जगदेव के साथ आरजीएच के ओपीडी के कमरा नंबर-1 में पहुंचे थे। जांच के बाद डाक्टर ने उसे अस्पताल में भर्ती करने को कहा था। इस दौरान पूरी प्रक्रिया को बिरसा मुंडा मोबाइल में रिकार्ड करता रहा। वे जब रिश्तेदार को लेकर इंडोर पहुंचे तो वहां बेड खाली नहीं था। जिस पर प्रमोद और बिरसा हंगामा करने लगे। ड्यूटी में उपस्थित डा. दुर्गेश सोय ने दोनों को समझाते हुए मामला जानना चाहा तो वे उनसे धक्का मुक्की कर बैठे। महिला कर्मचारी बीच बचाव में आई तो उससे भी बदसलूकी की। तुरंत उन्होंने घटना की जानकारी रघुनाथपाली थाना को दी तथा सुरक्षा व आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर काम बंद कर दिया। हालांकि इस दौरान गंभीर रूप से बीमार महिला को बेड देने के साथ उसका इलाज डाक्टरों के द्वारा किया गया। हमें मरीज के इलाज के लिए सुरक्षित वातावरण चाहिए। दोनों जब मरीज को गंभीर हालत में लेकर आए तो उसके इलाज में किसी तरह की कोई भी कोताही नही बरती गई। मैंने नियम के अनुसार डायरेक्टर के माध्यम से थाना में सुरक्षा के तहत एक शिकायत दर्ज कराई है।

- डॉ. दुर्गेश सोय, मेडिसिन स्पेशलिस्ट, आरजीएच। अस्पताल में मरीजों का इलाज करना जारी है। किसी भी मरीज का इलाज बंद नही हुआ है। आरजीएच प्रबंधन की ओर से कोई शिकायत थाना में नही दी गई है। डॉ. दुर्गेश सोय ने निजी स्तर पर थाना में शिकायत दर्ज कराई है।

- डा. जगदीश चंद्र बारिक, अधीक्षक, राउरकेला सरकारी अस्पताल आरजीएच में हंगामा करने वाले किसी भी वेब मीडिया कर्मचारी को हिरासत में नही रखा गया है। उन्हें थाना लाया गया था, दोनों से बात कर छोड़ दिया गया। उनके नाम से कुछ मामला दर्ज हुआ है। आरजीएच के चिकित्सक डॉ. दुर्गेश सोय दोनों का नाम नही जानते थे। जिसके कारण महिला मरीज सरस्वती के नाम से एक मामला दर्ज कराएं है।

- विजय बिहारी, रघुनाथपाली थाना अधिकारी।

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