हेमगिर जंगल में बाघ ने किया भैंस का शिकार

सुंदरगढ़ जिले के गोपालपुर व हेमगिर वनांचल में स्थित गर्जन पहाड़ी पर केंदुडीह गांव के पास बाघ ने भैंस का शिकार किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 10:04 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 10:04 PM (IST)
हेमगिर जंगल में बाघ ने किया भैंस का शिकार
हेमगिर जंगल में बाघ ने किया भैंस का शिकार

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के गोपालपुर व हेमगिर वनांचल में स्थित गर्जन पहाड़ी पर केंदुडीह गांव के पास बाघ ने भैंस का शिकार किया। जंगल में बाघ के पैरों के निशान दिखने के बाद गोपालपुर वनांचल अधिकारी परमानंद बड़नायक के नेतृत्व में टीम के द्वारा इसकी छानबीन की जा रही है। गांव के आसपास ही बाघ के होने की आशंका से लोगों को सतर्क कर दिया गया है। इस क्षेत्र में तीन साल पहले काला तेंदुआ दिखा था। पहले भी इस इलाके में बाघ देखे गए हैं। फिर से इलाके में बाघ होने से वन्य जीव प्रेमियों के लिए कौतूहल बना है।

सुंदरगढ़ जिले के हेमगिर रेंज के गर्जन आरक्षित पहाड़ी पर मई 2018 में विरल काला तेंदुआ देखा गया था। ओडिशा में पहली बार इसे देखे जाने के बाद राज्य सरकार की ओर से उसकी सुरक्षा के लिए वन विभाग को विशेष निर्देश दिए गए थे। छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित इस पहाड़ी क्षेत्र में वन विभाग की ओर से 2019 में जगह जगह सीसीटीवी कैमरा लगाए गए पर फिर काला तेंदुआ नजर नहीं आया। देखा गया तेंदुआ दूसरे राज्य में चला गया या शिकारियों का शिकार हो गया, इसका पता नहीं लग सका। अगस्त 2020 में वन विभाग की ओर से बड़रंपिया गांव में एक तेंदुआ घुस आया एवं कुछ लोगों पर हमला करने के बाद उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। गर्जन पहाड़ी, ढेंकाल पाणी, रोहिनी आरक्षित जंगल में 25 से अधिक तेंदुआ होने का आकलन किया गया है पर चर्चित काले तेंदुए का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के गरियाबांध जिले के उदंतीसीता वन्यप्राणी अभयारण्य क्षेत्र से काला तेंदुआ हेमगिर क्षेत्र में आया होगा। क्योंकि इसकी दूरी इस क्षेत्र से करीब तीन सौ किलोमीटर है। तब मादा तेंदुआ के गर्भवती होने तथा बच्चों के जन्म देने के बाद उस क्षेत्र में वापस चली गई होगी। डेढ़ साल पहले भी इसवन क्षेत्र में विरल दो छोटे काले तेंदुए देखे जाने की चर्चा हुई थी पर वन विभाग की जांच में इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। अब गर्जनजोर-केंदुडीह जंगल में एक बाघ के होने की जानकारी वन विभाग को मिली है। उसके द्वारा एक भैंस का शिकार किया गया है। पहले भी इस क्षेत्र में बाघ आ चुके हैं। गोपालपुर वनांचल अधिकारी परमानंद बड़नायक की अगुवाई में टीम के द्वारा इसकी छानबीन की जा रही है।

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