बस यात्रियों से वसूला जा रहा तीन गुना किराया

महामारी कोरोना का भरपूर लाभ उठा रहे हैं राज्य के बाहर चलने वाली बसों के संचालक।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 02:06 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:15 AM (IST)
बस यात्रियों से वसूला जा रहा तीन गुना किराया
बस यात्रियों से वसूला जा रहा तीन गुना किराया

जासं राउरकेला : महामारी कोरोना का भरपूर लाभ उठा रहे हैं राज्य के बाहर चलने वाली बसों के संचालक। इनके द्वारा निर्धारित दर से 3 गुना तक अधिक भाड़ा वसूला जा रहा है। विरोध करने पर यात्रियों को बस के भीतर घुसने नहीं दिया जाता है। एक दिन या दो दिन यह बात नहीं है, बल्कि एक माह बस के कंडक्टर व चालक के जुर्म का यात्री शिकार हो रहे हैं। मजदूर व उनके परिवारों भी इस शोषण का शिकार हो रहे है। बिहार झारखंड समेत ओडिशा के कुछ अंचलों में यातायात करने वाले कुछएकबस इस तरह के गैर कानूनी काम में लगे हुए हैं। बिहार के गया का भाड़ा 400 है, लेकिन वर्तमान यात्रियों से बड़ों 1200 रुपए भाड़ा वसूला जा रहा है। इसी तरह डालटेनगंज का भाड़ा 300 है लेकिन वर्तमान 800 रुपए वसूला जा रहा है। पटना का भाड़ा 600 है लेकिन पंद्रह सौ रुपए वसूला जा रहा है। रांची का भाड़ा 250 है लेकिन पंद्रह सौ रुपए तक वसूले जा रहा है। केवल रांची, पटना, गया ही नहीं झारखंड बिहार के जिन-जिन स्थान के लिए बस चलती है उन जगहों का भाड़ा दो से तीन गुना यात्रियों से वसूला जा रहा है। यात्रियों के पास विकल्प न होने के कारण वे मन मार कर भाड़ा देकर सफर करने को बाध्य है। मजदूर व गरीब वर्ग के यात्रियों को तो इतना भाड़ा चुकाने के बाद भूखे सफर करना पड़ रहा है। बार-बार निवेदन करने के बावजूद भी बस के कंडक्टर, चालक या मालिक भाड़ा को कम नहीं कर रहे हैं। रोजाना नए बस स्टैंड में इस तरह की घटना सामने आ रही है। लेकिन निजी बस मालिक संघ और ने पुलिस इसका विरोध करने की जगह पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं। इस तरह के कठिन परिस्थिति में कुछ घरेलू बसों द्वारा इस तरह के जुल्म किए जाने के कारण यात्रियों में रोष देखा जा रहा है।कोरोना प्रतिबंध हटने के बाद बसों का यातायात राज्य और राज्य के बाहर शुरू हो गया है। झारखंड, बिहरा, संबलपुर, बलांगीर, बरगढ़, सुंदरगढ़ समेत पश्चिम ओडिशा के विभिन्न स्थानों में काम करने वाले दैनिक मजदूर श्रेणी के लोग अब घर लौट रहे हैं। राउरकेला पहुंचने के बाद ट्रेन की सुविधा न होने के कारण उन्हें बाध्य होकर नया बस स्टैंड पहुंचकर झारखंड रांची आदि के लिए बस पकड़ना पड़ रहा है। बिहार-झारखंड के लिए रोजाना 8 से 10 बस चल रहे हैं। कोलकाता के लिए भी एक से दो बसें चल रही है। केवल बिहार-झारखंड ही नहीं राउरकेला से भुवनेश्वर, कटक, बालेश्वर, ब्रह्मापुर, जगतसिंहपुर, पारादीप, मयूरभंज, रायरंगपुर आदि अंचल को जाने वाले घरेलू बस निर्धारित दर से ज्यादा भाड़ा वसूल रहे हैं।

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