महिला को आठ किमी कुर्सी पर ढोकर अस्पताल ले गए स्वजन

लौह अयस्क खदान बहुल कोइड़ा ब्लाक के बेंतझर गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:08 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 07:08 AM (IST)
महिला को आठ किमी कुर्सी पर ढोकर अस्पताल ले गए स्वजन
महिला को आठ किमी कुर्सी पर ढोकर अस्पताल ले गए स्वजन

जागरण संवाददाता, राउरकेला : लौह अयस्क खदान बहुल कोइड़ा ब्लाक के बेंतझर गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई। हाथी के हमले में गंभीर रूप से जख्मी महिला को परिवार के लोग कुर्सी पर ढोकर आठ किलोमीटर दूर सड़क तक लाए फिर उसे एंबुलेंस से कोइड़ा सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज शुरू हुआ। हमले के तीन दिन तक लोग वन विभाग की मदद का इंतजार करते रहे पर उसकी सुधि नहीं ली गई। इसे लेकर ग्रामीणें में आक्रोश है।

करोड़ों का राजस्व देने वाले कोइड़ा क्षेत्र के लोग अब भी मौलिक सुविधा से वंचित हैं। गांवों तक जाने के लिए सड़क नहीं हैं। शुक्रवार की रात को हाथियों का झुंड बेंतझर गांव पहुंचा। उनके द्वारा पांच घरों को तोड़ दिया गया। गांव की सुनीता मुंडा जान बचाकर भाग रही थी तभी एक हाथी ने उसे उठाकर दूर फेंक दिया जिससे उसे गंभीर चोट लगी है। इस संबंध में वन विभाग को सूचित किया गया पर उसकी सुधि लेने के लिए कोई नहीं पहुंचा। जख्मी महिला को इलाज के लिए अस्पताल तक ले जाने के लिए भी कोई सुविधा नहीं थी। रविवार को कोइड़ा अस्पताल फोन कर एंबुलेंस को बुलाया गया। एंबुलेंस कर्मी उसे लाने के लिए निकले पर गांव से करीब आठ किलोमीटर दूर वे रुक गए। वहां से गांव तक पहुंचने का रास्ता नहीं था। एंबुलेंस के रुक जाने पर परिवार के लोगों ने महिला को वहां तक ले जाने के लिए एक प्लास्टिक की कुर्सी को रस्सी से बांधा एवं उसके जरिए सुनीता को ढोकर एंबुलेंस तक पहुंचाया फिर कोइड़ा अस्पताल में उसका इलाज शुरू किया गया। वन विभाग की ओर से हाथी के द्वारा क्षतिग्रस्त लोगों की सुधि नहीं लेने पर ग्रामीणों में आक्रोश है।

chat bot
आपका साथी