सुरक्षा कर्मी व एनआइटी अधिकारी में तनातनी
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला परिसर स्थित मंगला मंदिर से चोरी के बाद सुरक्षा कर्मियों के तबादले को लेकर एनआइटी सुरक्षा संस्था के सुरक्षा कर्मियों और अधिकारियों में तनातनी हो गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान राउरकेला परिसर स्थित मंगला मंदिर से चोरी के बाद सुरक्षा कर्मियों के तबादले को लेकर एनआइटी सुरक्षा संस्था के सुरक्षा कर्मियों और अधिकारियों में तनातनी हो गई है। दोनों पक्ष की ओर से सेक्टर-3 थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मंगला मंदिर का ताला तोड़ कर चोर अंदर घुसे व दान पेटी समेत मूर्ति के आभूषण चुरा लिए गए। एनआइटी की सुरक्षा की जिम्मेदारी निजी संस्था को दी गई है। इस पर हर साल छह से सात करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसके बाद भी चोरी की घटना की जांच शुरू की गई है। एनआइटी की ओर से भी जांच कमेटी का गठन किया गया है। चार- पांच दिन पहले एनआइटी परिसर स्थित मंगला मंदिर से दान पेटी की राशि एवं मंगला मां के आभूषण चुरा लिए गए थे। दूसरे दिन सुबह इसका पता चला। एनआइटी परिसर की सुरक्षा के लिए एसआइएस नामक सिक्यूरिटी संस्था को नियोजित किया गया है। एनआइटी के एसआइएस के अधिकारियों से इसकी शिकायत की। इसके बाद अधिकारियों ने उस रात ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों की सूची निकाली। जांच से पता चला कि उस रात को सुपरवाइजर नरेश चंद्र बिस्वाल, सुरक्षा कर्मी तारा सिंह नायक और उत्पल दास ड्यूटी पर थे। चोरी को लेकर एनआइटी प्रबंधन की ओर से कमेटी गठित की गई है। सुरक्षा संस्था के द्वारा दी गई रिपोर्ट से कमेटी संतुष्ट नहीं हुई और मामला संबंधित सुरक्षा कर्मियों के तबादले तक पहुंच गया। इसे लेकर स्थिति तनावपूर्ण हो गई एवं मामला थाना तक पहुंचा। सुरक्षा कर्मियों को थाना बुलाए जाने पर वे एकजुट होकर वहां पहुंचे और संस्था के अधिकारी दीपक कुमार से दुर्व्यवहार किया गया। सुरक्षा कर्मी व अधिकारियों के बीच विवाद पर पुलिस की ओर से आपसी समाधान करने का सुझाव दिया गया। इस संबंध में एनआइटी प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि इस घटना की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। थाने में मामला दर्ज करने पर कमेटी ही विचार करेगी।