सीएचसी व पीएचसी पर टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध
राज्य के 600 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शामिल जिले के 17 सीएचसी व 56 पीएचसी पर टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध होगी।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राज्य के 600 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में शामिल जिले के 17 सीएचसी व 56 पीएचसी पर टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध होगी। इसके जरिए जमीनी स्तर पर मरीजों को देखभाल की सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से यह प्रयास किया जा रहा है ताकि मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ वीडियो-ऑडियो के जरिए अपना इलाज करा सकेंगे। इसके लिए रोडमैप तैयार किया गया है। सीएचसी व पीएचसी में ऑडियो-विजुअल सुविधाएं होने के बावजूद कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इन क्षेत्रों के मरीजों को चिकित्सीय परामर्श प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार की ई संजीवनी के साथ मिलकर टेलीमेडिसिन ओपीडी सेवा के लिए एक एप तैयार कर रही है। ताकि अस्पताल में अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित कर कोरोना के खतरे को कम किया जा सके। समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी की मदद से लोगों का पंजीकरण कर टेलीमेडिसिन द्वारा चिकित्सीय परामर्श दिलाया जाएगा। मरीजों को स्वास्थ्य अधिकारी अपने मोबाइल से यह सुविधा उपलब्ध कराएंगे। इस सेवा के जरिए हृदय, किडनी, आंख, कान, गरा, हड्डी समेत अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज भी सलाह और उचित इलाज ले सकेंगे। दूसरी ओर राज्य सरकार ने वर्तमान कोरोना के लिए अस्पतालों में टेलीमेडिसिन सेवा शुरू की है। जिला मुख्य अस्पताल सहित मेडिकल कॉलेजों में यह सुविधा दी जा रही है। जिला मुख्य अस्पताल केवल ओपीडी (आउट पेशेंट) के समय यह सेवाएं प्रदान किया जा रहा है। जबकि मेडिकल कॉलेज 24 घंटे सेवा प्रदान कर रहे हैं। मुख्य अस्पतालों में स्थित टेलीमेडिसिन केंद्र रोजाना फोन आ रहे है। जबकि मेडिकल कॉलेजों में संख्या अधिक है। सरकार ने जिले के मुख्य अस्पताल के लिए दो नंबर जारी किए हैं। डॉक्टर के साथ अपने स्वास्थ्य पर चर्चा करने के लिए मरीज इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इसके लिए अस्पतालों को 2 मोबाइल हैंडसेट सुविधा प्रदान की गई है। इसलिए जब कोई मरीज किसी डॉक्टर को अपनी बीमारी के बारे में सूचित करता है, तो डॉक्टर बताते है कि उन्हें इसके लिए क्या दवा लेनी है। तत्काल और गंभीर बीमारियों वाले रोगियों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर को देखने की सलाह दी जाती है। हालांकि, प्रिस्क्रिप्शन नहीं होने के कारण, रोगियों को अक्सर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
---------------
सीएचसी
एकम, बिसरा, हेमगिर, कोईडा, कुतरा, लोहणीपाडा, सर्गीपाली, सबडेगा, किजिरकेला, एसबलांग, गुरुंडिया, कुआरमुंडा, बीरकेला, हाथीबाडी, लाइंग, मझापड़ा, मंगसपुर
-------------------
पीएचसी
बरांगकछार, जरंगलोई, रुनगांव, धातकीडीह, कुलेनबहाल, दुदुका, गोपालपुर, कनिका, लैयकेरा, चोरधरा, झारबेडा, के बलांग, गिरिशबहाल, खतकुरबहाल, पुरकापाली, खुंटगांव, महुलपदा, फुलझर, दर्लीपाली, डुमाबहाल, लेफ्रिपाडा, रायडीह, गुडियाडीह, सुरेईजोर, बुरीमुंडा, टांगराम, बालीशंकरा, बनडेगा, सिकाजोर, तलसरा, गोसारा, जंगला, जोरडा, सोल, तामड़ा, अंदालीजामबहाल, कादोबहाल, रायबोगा, भाईजोडी, लाठीकटा, पटुआ, रामजोड़ी, चिकिटमाटी, खैरटोला, लुआराम, नुआगांव, डुडकाबहाल, मालीडीह, पुटुनिया, किझीरमा, कुमुटिमुंडा, कुंडूकेला, पिताभुईं, सानपातरापाली, टांगरपाली व तेलीपाली शामिल है।