तालचेर-विमलागढ़ रेल पथ पर फिर अडंगा
लंबे इंतजार के बाद तालचेर-विमलागढ़ रेल लाइन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हुआ था। इसमें नई बाधा आ गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : लंबे इंतजार के बाद तालचेर-विमलागढ़ रेल लाइन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हुआ था। इसमें नई बाधा आ गई है। कोइड़ा तहसील के गोपना राजस्व निरीक्षक की ओर से प्रभावित लोगों को जमीन के एवज में मुआवजा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें अधिक मुआवजा की मांग करते हुए चार गांवों के लोगो ने वर्तमान दर पर मुआवजा लेने से इंकार कर दिया। अधिकारियों के समक्ष ग्रामीण धरना पर बैठ गए जिससे कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा।
कोइड़ा तहसील अंतर्गत गोपना राजस्व निरीक्षक कार्यालय में प्रभावित लोगों को उनका मुआवजा देने के लिए भू- अर्जन विभाग कर्मचारियों के द्वारा शिविर लगाया गया था। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और वर्तमान दर में मुआवजा लेने से इंकार कर दिया। कोइड़ा तहसील अंतर्गत गोपना, बांदूपाड़ा, कमारपोष गांव से होकर रेल मार्ग का निर्माण होना है। इन गांवों के 65 लोगों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके लिए प्रति डिसमिल 22 सौ रुपये मुआवजा निर्धारित किया गया है। यह राशि स्वीकार नहीं करने के लिए उन्होंने जिलापाल, उपजिलापाल एवं राजस्व विभाग के उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से दिया गया था। ग्रामीण इसका चार गुणा मुआवजा देने या जमीन के बदले जमीन देने की मांग कर रहे हैं। इस पर किसी तरह का विचार न कर तालचेर-विमलागढ़ भू अर्जन कार्यालय की ओर से राजस्व निरीक्षक के कार्यालय में मुआवजा लेने के लिए उन्हें बुलाया गया। इससे ग्रामीणों में असंतोष देखा गया एवं इसका विरोध करते हुए जयंती महंतो, मादी ओराम, पार्वती साहू, सुनील माझी, मित्रभानु किसान, दुर्योधन किसान, हरिहर किसान, पूर्णचंद्र महंतो समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने धरना दिया। उन्होंने आगामी तीन दिनों तक यह आंदोलन जारी रखने तथा आवेदन पर विचार नहीं करने तक मुआवजा नहीं लेने व जमीन नहीं छोड़ने की बात कही है।