तीन सौ 23 करोड़ खर्च, मकसद अब भी पूरा नहीं
सुंदरगढ़ जिले को खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य लेकर स्वच्छ भारत मिशन पर शौचालय निर्माण का अभियान शुरू किया गया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले को खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य लेकर स्वच्छ भारत मिशन पर शौचालय निर्माण का अभियान शुरू किया गया। प्रत्येक शौचालय पर 12 हजार रुपये खर्च किए गए। वर्ष 2016 से 2020 तक 1 लाख 95 हजार 120 शौचालयों का निर्माण हुआ एवं इस पर 323 करोड़ 11 लाख रुपये खर्च किए गए पर वास्तव में इसका लाभ नहीं मिला। ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर शौचालय अधूरे हैं। जहां बना वहां भी दो तीन महीने उपयोग के बाद बेकार पड़े हैं। ठेकेदारों के द्वारा लक्ष्य पूरा दिखा दिया गया। उपयोग नहीं होने से यह योजना अपने लक्ष्य से भटक गई है एवं पैसे की बर्बादी हो रही है।
जिले के बिसरा, नुआगांव और कुआरमुंडा ब्लाक में भी इसी तरह घर-घर में शौचालयों का निर्माण किया गया है। पर किसी में दरवाजे नहीं लगे तो किसी की दीवार खड़ी कर छत बनाना छोड़ दिया गया। शौचालयों के उपयोग लायक नहीं होने के कारण लोग खुले में शौच के लिए जा रहे हैं। सुंदरगढ़ जिले के 17 ब्लाक में वर्ष 2016-17 से 2019-20 में 1 लाख 95 हजार 120 शौचालयों का निर्माण कराया गया। 2016-17 में 54 हजार 81 शौचालय बने। 2017-18 में 20 हजार 200 शौचालय, 2018-19 में 71 हजार 2 शौचालय तथा 2019-20 में 7 हजार 821 शौचालयों का निर्माण किया गया था। इसके बाद अगले चरण में 28 हजार 727 तथा 10 हजार 289 शौचालय बनाए गए। जून 2021 में फिर 1 हजार 940 शौचालय निर्माण की अनुमति मिली। इस तरह शौचालय निर्माण में 323 करोड़ 11 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं पर जितनी सफलता मिलनी चाहिए वह नहीं मिली।
::::::::
ब्लॉक निर्मित शौचालय
बालीशंकरा 12,872
बड़गांव 9716
बिसरा 10,125
बणईगढ़ 11,125
गुरुंडिया 10,486
हेमगिर 11,384
कोइड़ा 10,789
कुआरमुंडा 11,681
कुतरा 11,687
लहुणीपाड़ा 14,681
लाठीकटा 8,969
लेफ्रीपाड़ा 12,388
नुआगांव 15,040
राजगांगपुर 11569
सबडेगा 11495
सुंदरगढ़ 9,735
टांगरपाली 11,012
कुल 1,95,120