बलिगा-टपरिया मार्ग का सर्वे शुरू, निर्माण की उम्मीद जगी
ढाई दशक से अधिक समय से बलिगा-टपरिया बाइपास मार्ग के निर्माण की मांग की जा रही थी तथा इसके लिए लंबे आंदोलन के बाद सर्वे का काम शुरू हुआ है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : ढाई दशक से अधिक समय से बलिगा-टपरिया बाइपास मार्ग के निर्माण की मांग की जा रही थी तथा इसके लिए लंबे आंदोलन के बाद सर्वे का काम शुरू हुआ है। इससे शीघ्र निर्माण होने की उम्मीद जगी है। इंजीनियर दिलीप पटेल, महानदी कोल फील्डस लिमिटेड (एमसीएल) के महाप्रबंधक संजय झा के साथ तकनीकी टीम मौके पर मौजूद रहे। इस सड़क के निर्माण के लिए 102 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। एमसीएल के कोयला परिवहन के लिए बाइपास रोड का निर्माण व जर्जर सड़क की मरम्मत होने से इलाके के लोगों को राहत मिलेगी।
बलिगा से टपरिया तक एमसीएल का कोयला परिवहन होने से सड़क जर्जर हो गई थी। इसकी मरम्मत करने तथा बाइपास रोड बनाने के लिए कुछ दिन पूर्व विधायक कुसुम टेटे के साथ प्रतिनिधि मंडल ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता नारायण पटेल से मिलकर सड़क मरम्मत का अनुरोध किया था। बताया था कि इस रास्ते से होकर प्रतिदिन एमसीएल खदान से कोयला परिवहन करने वाले वाहनों का बड़ी संख्या में आवागमन होता है। जगह-जगह गड्ढे होने के कारण सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। गड्ढों को भरने के लिए संयंत्रों का स्लैग डाला गया है जिससे धूल उड़ने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। इस सड़क के किनारे नौ गांव, नौ स्कूल, चार छात्रावास, तीन आंगनबाड़ी केंद्र सहित दो अस्पताल भी हैं। प्रदूषण को रोकने के लिए विधायक कुसुम के साथ हेमगिर के लोगों ने विधानसभा के समक्ष धरना दिया था तथा इससे बचने के लिए बाइपास रोड बनाने का अनुरोध किया था। ग्रामीणों व जनशक्ति विकास परिषद की ओर से भी बाइपास सड़क निर्माण के लिए आंदोलन किया गया था जिसे राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिला था। अब बाइपास सड़क निर्माण के लिए सर्वे का काम शुरू किया गया है जिससे इस दिशा में काम शीघ्र होने की उम्मीद जगी है।