पावती के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर उप जिलापाल को रिपोर्ट सौंपने की योजना

सुंदरगढ़ जिले में पीडीएस भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद पानपोष उप-जिलापाल ने बिसरा नुआगांव कुआरमुंडा लाठीकाटा बीडीओ व बीरमित्रपुर नगरपालिका अधिकारी को तीन दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:31 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:31 AM (IST)
पावती के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर उप जिलापाल को रिपोर्ट सौंपने की योजना
पावती के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर उप जिलापाल को रिपोर्ट सौंपने की योजना

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में पीडीएस भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद पानपोष उप-जिलापाल ने बिसरा, नुआगांव, कुआरमुंडा, लाठीकाटा बीडीओ व बीरमित्रपुर नगरपालिका अधिकारी को तीन दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर आपूर्ति अधिकारी समेत मिलर्स, एक व एल-2 ठेकेदार, गुणवत्ता जांच व खरीद निरीक्षक (एपीआई) तक पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। किसी तरह से मामले को भटकाकर भ्रष्टाचार को दबाने में लग गए है। जांच अधिकारी पंचायत गोदाम में जाकर स्टॉक व बैग का वजन जांच कर सही जानकारी प्राप्त कर सकते है। लेकिन ऐसा न करते हुए पंचायत आपूर्ति सहायकों पर यह स्वीकारोक्ति देने का दबाव बनाया जा रहा है कि उन्हें हर माह सही मात्रा में चावल मिल रहा है। उस पावती के आधार पर उप-जिला आयुक्त को रिपोर्ट करने की योजना है।

कोबिले गौर बात यह है कि भ्रष्टाचार में जिनके शामिल होने का आरोप लग रहा है। वहीं, आपूर्ति निरीक्षक उक्त रिपोर्ट तैयार करने में लगे है। सूत्रों के अनुसार 18 तारीख को लाठीकाटा प्रखंड में आपूर्ति निरीक्षक ने सभी आपूर्ति सहायकों को बुलाकर चावल एक निश्चित प्रारूप में होने का एक स्वीकारनामा देने को कहा था। बैठक में आपूर्ति सहायकों ने शिकायत की कि चावल पंचायत गोदाम में बिना वजन व एसी के नोट उतारे जा रहे हैं।

गोदामों में चावल का स्टॉक कम होने की बात कही थी। पंचायत की प्वाइंट सेल मशीन के स्टॉक और गोदाम के वास्तविक स्टॉक के बीच काफी अंतर की बात बताई। जून में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लाठीकाटा प्रखंड के 85,327 बीपीएल, एपीएल व 8886 अंत्योदय लाभार्थियों को 4282.6 क्विंटल चावल व 427.79 क्विटल गेहूं भेजे जाने की बात दर्शायी गई थी। इसी प्रकार बिसरा प्रखंड के 53770 बीपीएल, एपीएल व 4930 अंत्योदय लाभार्थियों के लिए 2589.22 क्विंटल चावल व 345.78 क्विंटल गेहूं भेजा गया था। जबकि कुआरमुंडा प्रखंड के 82628 बीपीएल, एपीएल व 9789 अंत्योदय लाभार्थियों के लिए 4266.12 क्विंटल चावल व 3554.73 क्विंटल गेंहू भेजा गया था।

नुआगांव प्रखंड में 82257 बीपीएल, एपीएल और 8976 अंत्योदय लाभार्थियों को 4361.27 क्विंटल चावल और 200.37 क्विंटल गेहूं प्रदान किया गया। वहीं, बीरमित्रपुर नगर पालिका के 21453 बीपीएल, एपीएल, 978 अंत्योदय लाभार्थियों के लिए 806.19 क्विंटल चावल व 315.36 क्विंटल गेंहू उपलब्ध कराने की बात सरकारी तौर पर दर्शायी गई है। इससे पूर्व एक रुपये वाला चावल भी आपूर्ति किया गया था। हालांकि यह आरोप लग रहा है कि इन सभी प्रखंड के सभी पंचायत को आवश्यक मात्रा से कम चावल उपलब्ध कराया गया है। नतीजा यह है कि समान रूप से चावल बांटने के बाद पंचायत की प्वाइंट सेल मशीनों का स्टॉक और गोदाम का स्टॉक मेल नहीं खा रहा है। इन चार ब्लॉकों में ही नहीं सुंदरगढ़ जिले के सभी प्रखंड में स्थिति एक जैसी है। पंचायत गोदाम की जांच होने पर भ्रष्टाचार के सारे तथ्य सामने आएंगे। पंचायत के पीडीएस स्टॉक की जांच की आम लोगों द्वारा मांग की जा रही है।

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