अधूरी भूमिगत सीवरेज लाइन पर बन गई स्मार्ट सड़कें

इस्पात नगरी राउरकेला ओडिशा की दूसरी स्मार्ट सिटी है। करोड़ों रुपये के विकास कार्य चल रहे हैं। लेकिन विभागों में तालमेल नहीं होने के कारण सरकार के करोड़ों रुपये बर्बाद हो रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:41 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:41 AM (IST)
अधूरी भूमिगत सीवरेज लाइन पर बन गई स्मार्ट सड़कें
अधूरी भूमिगत सीवरेज लाइन पर बन गई स्मार्ट सड़कें

जागरण संवाददाता, राउरकेला : इस्पात नगरी राउरकेला ओडिशा की दूसरी स्मार्ट सिटी है। करोड़ों रुपये के विकास कार्य चल रहे हैं। लेकिन विभागों में तालमेल नहीं होने के कारण सरकार के करोड़ों रुपये बर्बाद हो रहे है। एक ही स्थान पर एक या दो बार नहीं बल्कि कई-कई बार काम कराकर केवल ठेकेदार का पेट भरा जा रहा है। इसका ज्वलंत उदाहरण उदितनगर के आंबेडकर चौक से पानपोष गांधी चौक तक का स्मार्ट सिटी रोड है।

केवल 3.7 किमी. सड़क चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण के नाम पर एक बार, दो बार राशि मंजूर नहीं हुई है बल्कि स्मार्ट सिटी सड़क के निर्माण से पहले आरएंडबी ने 13 विस्तार और मरम्मत पर करीब 13 करोड़ रुपये खर्च किए थे। वर्तमान स्मार्ट सिटी की सड़कों के नाम पर फिर से 22 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है। विभागीय अधिकारी उक्त राशि को खर्च करने के लिए इतने उतावले है कि उन्हें यह जानने की फुर्सत तक नहीं है कि सीवरेज बोर्ड द्वारा पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है या नहीं। जिन जगहों पर सीवरेज बोर्ड का पाइप बिछाने का काम अधूरा पड़ा है, उस पर भी स्मार्ट सिटी की सड़क का काम पूरा हो गया है। आइटीआई तारिणी मंदिर के सामने रघुनाथपल्ली, एसटीटीआई चौक से बिरजापल्ली ओवरब्रिज तक करीब डेढ़ किमी तक सड़क का निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा पूरा कर लिया गया है। लेकिन आने वाले दिनों में जब तक इन सड़कों को नहीं खोदा जाता, तब तक उदितनगर म्यूनिसिपल कॉलेज और पानपोष शासकीय कॉलेज पंप हाउस को मुख्य सीवरेज पाइप लाइन से नहीं जोड़ा जा सकता है। पाइपलाइन को जोड़ने का काम नहीं होने पर घरों, दुकानों और विभिन्न दफ्तरों से सीवरेज के निर्वहन में बाधा उत्पन्न करेगी।

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