कोरोना के बाद स्कूल खुले, उपस्थिति 40 प्रतिशत से कम

कोरोना महामारी के बाद राज्य में दसवीं व बारहवीं की पढ़ाई शुरू की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 09:41 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 09:41 PM (IST)
कोरोना के बाद स्कूल खुले, उपस्थिति 40 प्रतिशत से कम
कोरोना के बाद स्कूल खुले, उपस्थिति 40 प्रतिशत से कम

जागरण संवाददाता, राउरकेला : कोरोना महामारी के बाद राज्य में दसवीं व बारहवीं की पढ़ाई शुरू की गई है। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों में पठन-पाठन के बावजूद उपस्थिति संतोषजनक नहीं है। 26 जुलाई से शुरू कक्षा में दसवीं में 30 प्रतिशत, इंटर में 40 प्रतिशत के करीब उपस्थिति दर्ज हो रही है। जिले के 403 सरकारी हाईस्कूल में दसवीं कक्षा में 26 हजार विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं जो 2022 में बोर्ड की परीक्षा देंगे। वहीं, इंटर में 31 हजार विद्यार्थी द्वितीय वर्ष में गए हैं जो परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।

कोरोना की पहली लहर में 15 मार्च 2020 से स्कूल कालेज बंद किए गए थे। नौ महीने बाद कोरोना संक्रमण कम होने पर 8 जनवरी 2021 को फिर से स्कूल कालेज खोले गए थे। तीन महीने कक्षा चलने के बाद अचानक फिर दूसरी लहर आने पर अप्रैल 2021 में स्कूलों को बंद कर दिया गया था। कालेज की पढ़ाई भी 23 मार्च से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई थी। संक्रमण कम होने के बाद 26 जुलाई से फिर दसवीं तथा इंटर की कक्षा शुरू की गई है। पर उपस्थिति 40 प्रतिशत से भी कम रह रही है। 60 प्रतिशत से अधिक अभिभावक अब तक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सहमति पत्र नहीं दे पा रहे हैं। सरकार के निर्देश के अनुसार अभिभावक अपनी जिम्मेदारी से अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे। इसके लिए स्कूल को एनओसी लिख कर देना होगा। राउरकेला व आसपास के जूनियर कालेजों में भी उपस्थिति कम रह रही है। कालेजों में फर्टिलाइजर, बंडामुंडा, वेदव्यास, कुआरमुंडा, लाठीकटा, बिसरा आदि क्षेत्रों के विद्यार्थी हैं। आटो व बस आवागमन सामान्य नहीं हो पाया है। कोरोना संक्रमण की आशंका बनी हुई है। इस कारण भी उपस्थिति कम होने की बात कही जा रही है।

chat bot
आपका साथी