बणई अस्पताल में बेकार पड़ी हैं आरटीपीसीआर मशीनें
बणई अनुमंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना फैल रहा है। लोग जांच के लिए अनुमंडलीय अस्पताल आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : बणई अनुमंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना फैल रहा है। लोग जांच के लिए अनुमंडलीय अस्पताल आ रहे हैं। यहां जांच की सुविधा के लिए सरकार की पहल पर जिला खनिज कोष से दो आरटीपीसीआर मशीन उपलब्ध कराया गया है पर इनके संचालन के लिए तकनीशियन नहीं होने के कारण जांच शुरू नहीं हो पा रही है। कोरोना के आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए नमूने बाहर भेजना पड़ रहा है जिससे रिपोर्ट मिलने में विलंब हो रहा है।
सरकार की ओर से आरटीपीसीआर जांच के लिए विभिन्न अस्पतालों को उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। जिला खनिज कोष से बणई अनुमंडलीय अस्पताल के लिए भी दो मशीन दी गई है। इनके संचालन के लिए तकनीशियन नहीं होने के कारण मशीन अस्पताल के मोटरसाइकिल स्टैंड में पड़ी है। इसके चालू नहीं होने के कारण कोरोना मरीज जांच की सुविधा से वंचित हो रहे हैं। अस्पताल में संग्रह किए गए नमूने जांच के लिए राउरकेला भेजे जा रहे हैं जहां से रिपोर्ट आने में एक सप्ताह से अधिक समय लग रहा है। रोगी की रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण उसका इलाज भी समय पर नहीं शुरू हो पा रहा है। शहर के विभिन्न संगठनों की ओर से सरकारी व्यवस्था को लेकर भी अंगुलिया उठाई गई हैं। अस्पताल में तकनीशियन की व्यवस्था कर शीघ्र जांच शुरू कराने की मांग की जा रही है ताकि यहां नमूना लेकर लोगों को जल्दी रिपोर्ट मिल सके। लेफ्रीपाड़ा में दो लोगों की अस्वाभाविक मौत : लेफ्रीपाड़ा थाना क्षेत्र में दो लोगों की अस्वाभाविक मौत हो गई। पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया गया है एवं इसकी जांच की जा रही है। 44 वर्षीय अरुणा साहू को सर्दी-खांसी व बुखार था। उसे इलाज के लिए सुंदरगढ़ अस्पताल भेजा गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसी तरह डिडगाझरण गांव की 55 वर्षीय शकुंतला मुंडा की अचानक तबीयत बिगड़ गई एवं उसे अस्पताल भेजा गया जहां उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर लेफ्रीपाड़ा थाना की पुलिस वहां पहुंची और दोनों शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिवार वालों को सौंपा गया।