जुगाड़ तकनीक से आरएसपी कर्मियों ने कंपनी को कराई लाखों की बचत

सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कैप्टिव पावर प्लांट-3 (सीपीपी-3) की टीम ने कई उच्च कौशल कार्यो को निष्पादित करके पर्याप्त वित्तीय बचत अर्जित करने में मदद की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:10 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 10:10 PM (IST)
जुगाड़ तकनीक से आरएसपी कर्मियों ने कंपनी को कराई लाखों की बचत
जुगाड़ तकनीक से आरएसपी कर्मियों ने कंपनी को कराई लाखों की बचत

जागरण संवाददाता, राउरकेला :

सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कैप्टिव पावर प्लांट-3 (सीपीपी-3) की टीम ने कई उच्च कौशल कार्यो को निष्पादित करके पर्याप्त वित्तीय बचत अर्जित करने में मदद की है।

टीम ने सफलतापूर्वक इन-हाउस संसाधनों और विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए इकाई के डी-मिनरलाइज्ड (डीएम) जल उपचार संयंत्र से जुड़े चार एसिड और अलकाली टैंकों को पुन:र्निर्मित कर चालू किया है।

उल्लेखनीय है कि 75 क्यूबिक मीटर प्रति घंटे की क्षमता वाली 3 धाराओं के डीएम जल उपचार संयंत्र में एसिड (एचसीएल) और अलकाली (एनएओएच) के एक्सचेंजर्स के साथ रिजेनरेशन इकाइयां शामिल हैं। यह एसिड और अलकाली भंडारण टैंक से आपूर्ति की जा रही है। इन टैंकों से गंभीर रिसाव हो रहा था और संरचनाएं क्षत-विक्षत हो गई थीं जो सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक साबित हो रही थी। मास्टर ऑपरेटिव एसएन जेना के नेतृत्व में डीएम प्लांट, पीबीएस की टीम ने कार्य की योजना बनाई और 15 दिनों के भीतर ही प्लांट के उत्पादन को प्रभावित किए बिना सभी सुरक्षा उपायों के साथ टैंकों को फिर से चालू कर दिया। इससे सीधे तौर पर 5 लाख रुपये की एककालिक बचत होने के साथ-साथ एसिड और अलकाली प्रणालियों की सुरक्षा में वृद्धि हुई।

इसी प्रकार 30 टन क्षमता वाली सल्फ्यूरिक एसिड स्टोरेज टैंक को इन-हाउस संसाधनों का उपयोग करके मास्टर ऑपरेटिव पी लेंका के नेतृत्व में टीम के द्वारा स्थापित किया गया। इसके परिणामस्वरूप आठ लाख रुपये की प्रत्यक्ष बचत हुई है और भाप की कम खपत के कारण बड़ी बचत को सक्षम करेगा, जिसे बिजली उत्पादन के लिए आसानी से उपयोग किया जा सकता है।

टीम के द्वारा निष्पादित पुनरावृत्ति और सुधारात्मक कार्य सीपीपी-3 टीम की सृजनात्मक और तकनीकी विशेषज्ञता को प्रदर्शित करता है। इन कार्यों को सहायक प्रबंधक एसके मल्लिक, प्रबंधक सीके सिन्हा के नेतृत्व में और उप महाप्रबंधक (पीबीएस) एसएस सिस्टला के मार्गदर्शन में पूरा किया गया। महाप्रबंधक (सीपीपी-1) एसएल दास ने कार्यों का पर्यवेक्षण किया। हाल ही में सीपीपी-3 में आयोजित एक समारोह में कार्य से जुड़े एसएन जेना और पी लेंका ने मुख्य महा प्रबंधक (पावर) बी सुनील कार्था और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में संशोधित प्रणालियों का उद्घाटन किया।

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