राउरकेला-भुवनेश्वर ट्रेन सेवा की अनदेखी
नगर से राजधानी भुवनेश्वर तक आने जाने के लिए आवश्यक सुविधा लोगों को नहीं मिल रही है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : नगर से राजधानी भुवनेश्वर तक आने जाने के लिए आवश्यक सुविधा लोगों को नहीं मिल रही है। रेलवे की उदासीनता के कारण द्वितीय इंटरसिटी एक्सप्रेस के प्रस्ताव पर विचार नहीं हो पाया है। स्मार्ट सिटी राउरकेला से राजधानी भुवनेश्वर समेत संबलपुर, कटक, पुरी, खुर्दा, ढेंकानाल, अनुगुल आदि शहरों में हर दिन लोगों का आना जाना होता है। ट्रेन नहीं होने से लोगों को भारी असुविधा हो रही है। इंटरसिटी व अन्य ट्रेनों में सीट नहीं मिलने के कारण लोगों को बस या निजी वाहन से जाना पड़ रहा है जिसमें समय अधिक लगने के साथ ही खर्च भी अधिक हो रहा है।
रेलवे को ओडिशा से सर्वाधिक राजस्व मिल रहा है इसके बावजूद आवश्यक सुविधाएं यहां लोगों को नहीं दी जा रही है। सुंदरगढ़ जिला मुख्यालय को रेल मार्ग से जोड़ने, तालचेर विमलागढ़ रेल मार्ग का निर्माण का काम धीमी गति से चल रहा है। राउरकेला से राजधानी भुवनेश्वर व अन्य बडे़ शहरों तक आने जाने के लिए ट्रेनों की संख्या काफी कम है। राज्य रानी एक्सप्रेस के दैनिक नहीं होने, इंटररिटी, तपस्विनी एक्सप्रेस में जगह कम होने के कारण लोगों को टिकट 10-15 दिन के बाद मिल रहा है। भुवनेश्वर समेत अन्य शहरों में जाने वाले 70 प्रतिशत लोगों को कनफर्म टिकट मिल रहा है जबकि अन्य लोगों को बिना कनफर्म टिकट के जाना पड़ रहा है। हर साल पर्व त्योहार के दिनों में ट्रेनों में भीड़ रहती है। दीपावली व कार्तिक पूर्णिमा को लेकर ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल हो गया है। उत्तर ओडिशा रेल समन्वय समिति की ओर से इस समस्या के समाधान के लिए रेल मंत्री एवं रेल जीएम को ज्ञापन दिया गया है। द्वितीय इंटरसिटी एक्सप्रेस के चालू होने से इस समस्या का कुछ हद तक समाधान हो सकता है। राउरकेला से भद्रक तक एक इंटरसिटी एक्सप्रेस चलाने की मांग की जा रही थी वह भी नहीं चल पायी है। राउरकेला से बड़बिल होकर पुरी तक चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस भी बंद है। तालचेर-बिमलागढ़ रेल लाइन संग्राम समिति, उत्तर ओडिशा रेल समन्वय समिति, राउरकेला जागरण मंच समेत अन्य संगठनों की ओर से भी रेल जीएम को ज्ञापन दिया गया है।