कोरोना पीड़ित परिवार का सहारा बना रोटरी क्लब क्वींस

स्मार्ट सिटी में कोरोना पीड़ित वैसे परिवार जिनके घर में भोजन नहीं बन पा रहा है उनके लिए रोटरी क्लब राउरकेला क्वींस सहारा बना है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:10 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:10 PM (IST)
कोरोना पीड़ित परिवार का सहारा बना रोटरी क्लब क्वींस
कोरोना पीड़ित परिवार का सहारा बना रोटरी क्लब क्वींस

जागरण संवाददाता, राउरकेला : स्मार्ट सिटी में कोरोना पीड़ित वैसे परिवार जिनके घर में भोजन नहीं बन पा रहा है उनके लिए रोटरी क्लब राउरकेला क्वींस सहारा बना है। शहर के 180 से अधिक परिवारों को दोपहर व शाम के लिए बना बनाया भोजन मुफ्त में पहुंचाने का काम क्लब से जुड़े लोग कर रहे रहे हैं। इसमें परफेक्ट मोमेंट की नवीता पोद्दार एवं जोए किचन का भी भोजन बनाने से लेकर पैकेट तैयार कर घरों तक पहुंचाने में अहम योगदान है।

कोरोना महामारी से पूरा शहर कराह रहा है। बड़ी संख्या में परिवार के सदस्य एक साथ संक्रमित होने के कारण उनके घर में भोजन तक नहीं बन पा रहा है। ऐसी परिस्थिति को देखते हुए रोटरी क्लब क्वींस के सदस्यों ने बड़ा फैसला लिया एवं मुफ्त में घर-घर दो वक्त का भोजन पहुंचाने का काम शुरू किया। एक-एक कर 180 से अधिक परिवारों से मदद के लिए कॉल आई। शहर के कोयलनगर, पानपोष, उदितनगर, छेंड कालोनी, सिविल टाउनशिप, बसंती कालोनी, शक्तिनगर एवं विभिन्न सेक्टर इलाके में रहने वाले परिवारों तक दोपहर व शाम को भोजन पहुंचाया जा रहा है। सिविल टाउनशिप से रोगी के घरों तक भोजन पहुंचाने के लिए तीन ऑटो भाड़े पर लिए गए हैं। विगत 11 अप्रैल से क्लब की ओर से यह काम शुरू किया गया है एवं आगे भी यह सेवा जारी रखी जाएगी। इस कार्य में सिविल टाउनशिप निवासी राजेश अग्रवाल एवं उनके पूरे परिवार का बड़ा योगदान है। राजेश, उनकी पत्नी लक्ष्मी, सास चंपावती, दो बेटी व बेटे रसोई के काम में हाथ बंटाते हैं। सभी सुबह छह बजे से ही काम में जुट जाते हैं। भोजन बनाने के बाद पैकेट तैयार किया जाता है एवं दोपहर 12 बजे के भीतर भोजन आटो में लोड हो जाता है एवं फोन पर मिले कोरोना रोगी का पता लेकर चालक संबंधित स्थान पर पहुंचा रहे हैं। राजेश कहते हैं कि इस काम में पूरा परिवार लगा है। भोजन मिलने के बाद फोन पर जब लोगों का धन्यवाद मिलता है तो इसमें बड़ा आनंद मिलता है। रोटरी क्लब क्वींस की अध्यक्ष कंचन अग्रवाल ने बताया कि शहर में कई ऐसे परिवार हैं जिनके सारे सदस्य कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। उनके लिए भोजन का प्रबंध करना कठिन हो रहा है। ऐसी खबर मिलने के बाद लोगों तक बना बनाया भोजन पहुंचाने का निर्णय लिया। इंटरनेट मीडिया पर संस्था का नाम व नंबर दिया गया। पहले दिन मात्र छह परिवारों की कॉल आई थी। दूसरे दिन 44 और धीरे धीरे यह संख्या बढ़ती गई। अब तो 180 से अधिक परिवार जुड़ चुके हैं। कुछ परिवार जो स्वस्थ हो चुके हैं उनका बंद किया जा रहा है एवं नए परिवारों को जोड़ा जा रहा है। इसमें क्लब की सचिव कंचन अग्रवाल, प्रोजेक्ट चेयरपर्सन श्वेता जैन, रुबी चावला, आभा मोहंता, अनीता लाठ, रश्मि अग्रवाल, शैला बुद्धराजा, नमिता बंसल, कंवलजीत कौर, अनुपमा अग्रवाल आदि का सहयोग मिल रहा है।

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