महिला स्वयं समूहों को धान संग्रह की मिली जिम्मेदारी

सुंदरगढ़ जिले में महिला स्वयं सहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाने और कौशल बढ़ाने के लिए धान एकत्रित करने की जिम्मेदारी दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 09:07 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 09:07 AM (IST)
महिला स्वयं समूहों को धान संग्रह की मिली जिम्मेदारी
महिला स्वयं समूहों को धान संग्रह की मिली जिम्मेदारी

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में महिला स्वयं सहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाने और कौशल बढ़ाने के लिए धान एकत्रित करने की जिम्मेदारी दी गई है। प्रथम चरण में 8 एसएचजी जिलों के बालिशंकरा, बड़ागांव, गुरुंडिया, कुआरमुंडा, लहुनीपाडा, लेफ्रीपाडा और लाठीकाटा के विभिन्न ग्राम पंचायतों से धान एकत्र करेंगे। इसके लिए किसानों के पंजीकरण की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।

सुंदरगढ़ में एसएचजी की महिला सदस्य अब धान खरीद जैसे महत्वपूर्ण कार्य में प्रशासन का सहयोग करेंगी। खरीफ सीजन के लिए, 8 डब्ल्यूएसएचजी को 7 ब्लॉकों के बालिसंकरा, बरगांव, गुरुंडिया, कुआर्मुंडा, लहुनिपारा, लेफ्रीपाड़ा और लाठीकाटा में नियुक्त किया गया है। किसानों का पंजीकरण भी शुरू हो गया है। इस पहल से महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को आत्मनिर्भर बनने के साथ आर्थिक स्वावलंबन भी मिलेगा। एनटीपीसी दर्लीपाली की 800 मेगावाट यूनिट-2 का ट्रायल ऑपरेशन पूरा : सुंदरगढ़ जिले के दर्लीपाली में स्थित नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) के 800 मेगावाट यूनिट-2 का ट्रायल ऑपरेशन बुधवार को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। ट्रायल ऑपरेशन में यूनिट की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए यूनिट को पूरे लोड पर लगातार 72 घटे तक चलाना शामिल है। इसके साथ ही एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित क्षमता क्रमश : 66 हजार 875 मेगावाट हो गई है। एनटीपीसी दर्लीपाली, सुंदरगढ़ की स्थापित क्षमता अब 1 हजार 600 मेगावाट है। ओडिशा, दर्लीपाली की दोनों इकाइयों से 50 प्रतिशत बिजली का हकदार है। शेष 50 प्रतिशत पाच राज्यों बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम को बेचा जाता है। एनटीपीसी दर्लीपाली के बिजनेस यूनिट हेड एके समाय्यार ने आश्चर्यजनक उपलब्धि पर कर्मचारियों और सभी हितधारकों के प्रयासों की सराहना की।

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