सुंदरगढ़ जिले में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू

सुंदरगढ़ जिले के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर रविवार से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को कोविड टीका लगाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:25 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:25 AM (IST)
सुंदरगढ़ जिले में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू
सुंदरगढ़ जिले में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर रविवार से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को कोविड टीका लगाया जा रहा है। इसे लेकर केंद्रों पर विशेष व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्यकर्मी कोविड वैक्सीन की सकारात्मक दिशा के बारे में बताते हुए उन्हें टीका लगा रहे हैं। सभी टीका केंद्रों में ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। इसके तहत शहर के 8 टीका केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं को टीका दिया जा रहा है। इनमें डीएवी यूपीएचसी, तिलकानगर यूपीएचसी, यूएपडब्ल्यूसी यूपूएचसी, छेंड यूपीएचसी, महताब रोड यूपीएचसी, सेक्टर- 22 यूपीएचसी, कोयलनगर और बंडामुंडा यूपीएचसी में गर्भवती महिलाओं को टीका दिया जा रहा है। टीका केंद्रों में ऑनलाइन भी स्पॉट रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है। सुंदरगढ़ में एम्स स्थापना को लेकर अनिश्चितता : सुंदरगढ़ में ओडिशा के दूसरे एम्स अस्पताल की स्थापना के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रस्ताव दिया गया है। इसके लिए सुंदरगढ़ के एनटीपीसी मेडिकल कालेज व अस्पताल को चुना गया था। इसकी स्थापना होने से पश्चिम ओडिशा तथा पड़ोसी राज्य झारखंड एवं छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिलों के रोगियों को इलाज की सुविधा मिल पाती। 3 अप्रैल 2021 को भुवनेश्वर एम्स की निदेशक वी. गीतांजलि की अगुवाई में नौ सदस्यीय केंद्रीय तकनीकी टीम ने सुंदरगढ़ का दौरा कर इसका जायजा लिया था। इसके तीन महीने बीत जाने के बाद भी इस दिशा में पहल नहीं हो रही है। अब भुवनेश्वर व कटक अस्पातल लॉबी के द्वारा सुंदरगढ़ में एम्स की स्थापना न करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। एनटीपीसी मेडिकल कालेज को निजी संस्था के हाथों ने देने की योजना भी बन रही है। इससे अस्पातल को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।

राज्य में द्वितीय एम्स अस्पताल की स्थापना का प्रस्ताव आने पर सरकार की ओर से एनटीपीसी मेडिकल कालेज अस्पताल को ही उपयुक्त माना गया था। एम्स भुवनेश्वर के निदेशक की अगुवाई में तकनीकी टीम के एनटीपीसी मेडिकल कालेज के दौरे के बाद राज्य सरकार की ओर से सभी आवश्यक सुविधाएं देने की बात कही गई थी। 200 एकड़ जमीन के साथ जिला खनिज कोष से पर्याप्त राशि बड़े राष्ट्रीय उद्योग एनटीपीसी एवं एमसीएल के सीएसआर के तहत मुहैया कराने की बात जिलापाल की ओर से कही गई थी। इसके तीन महीने बीत चुके हैं। पर तकनीकी टीम के द्वारा क्या रिपोर्ट दी गई एवं यह किस स्तर पर पहुंचा है इसकी सूचना नहीं मिल पा रही है। दो महीने पहले सुंदरगढ़ के संतोष अमात ने सूचना का अधिकार के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव से टीम के दौरे दिया गया रिपोर्ट मांगी थी। तब उन्हें जवाब मिला था कि अब तक इसकी सूचना नहीं है। दूसरी ओर तकनीकी टीम के दौरे के बाद राज्य सरकार की ओर से भी चुप्पी साध ली गई है। अब यह भी चर्चा हो रही है कि कटक व भुवनेश्वर के बड़े अस्पताल के प्रबंधन की ओर से पश्चिम ओडिशा में एम्स अस्पताल न हो, इसके लिए दबाव डाल रहे हैं। दोनों शहरों के बड़े अस्पताल पश्चिम ओडिशा के मरीजों को लेकर ही चल रहे हैं। इस क्षेत्र से गंभीर मरीजों को इलाज के लिए कटक व भुवनेश्वर ही स्थानांतरित किया जाता है। सुंदरगढ़ में एम्स अस्पताल के निर्माण से रोगी वहां न जाकर पास ही इलाज के लिए भर्ती कराए जाएंगे। इससे अस्पताल व्यवसाय को बड़ा नुकसान होगा। पश्चिम ओडिशा के सुंदरगढ़ में एम्स अस्पताल के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। इसे देखते हुए नवंबर 2020 में ओडिशा सरकार के तत्कालीन मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण को पत्र लिख कर इसका प्रस्ताव दिया था। 19 मार्च 2021 को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास ने भी केंद्रीय मंत्री हर्षव‌र्द्धन को पत्र लिखकर सुंदरगढ़ में एम्स की स्थापना का अनुरोध किया था।

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