गुजरात में बंधक बने एक दर्जन से अधिक श्रमिक
सुंदरगढ़ जिले के बिसरा ब्लाक से काम के लिए गुजरात के राज
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के बिसरा ब्लाक से काम के लिए गुजरात के राजकोट जिले में स्थित टाइल्स कंपनी में एक दर्जन से अधिक श्रमिकों को बंधक बनाकर रखा गया है। तीन श्रमिक किसी तरह वहां से भागकर घर लौट आए हैं। उन्होंने मंगलवार को श्रम कार्यालय जाकर इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है तथा काम के एवज में रकम दिलाने व बंधक बने श्रमिकों को मुक्त कराने का अनुरोध किया है।
बिसरा ब्लाक के ठेठेइपोष गांव निवासी मनन टोप्पो, सुफल मिज तथा देवगढ़ के संजय डुंगडुंग किसी तरह भाग कर घर लौट आए हैं। उन्होंने श्रम कार्यालय पहुंचकर शिकायत की है कि 3 फरवरी को सुंदरगढ़ और देवगढ़ जिले के एक दर्जन से अधिक श्रमिक छेंड विद्युत कॉलोनी के आशीष खलको के साथ काम के लिए गुजरात गए थे। सात फरवरी को राजकोट जिले में चिगड़ीपटी स्थित एआइएफएफआइ टासइल्स कंपनी में उन्हें काम दिया गया। उन्हें खाने न रहने की जगह देने के साथ ही हर महीने आठ हजार रुपये देने को कहा गया था। उनसे आठ घंटे की जगह 12 घंट काम के लिए विवश किया जा रहा है। काम के एवज में पैसा नहीं दिया गया। पैसा मांगने पर मारपीट व गाली गलौज की जाने लगी। ममन, सुफल एवं संजय राउरकेला पहुंचकर सुंदरगढ़ जिला शिल्पांचल श्रमिक सभा के महासचिव दिगंबर महंती के साथ जिला सहायक श्रम अधिकारी से मिलकर इसकी जानकारी देने के साथ ही बंधक बने श्रमिकों को मुक्त कराने की गुहार लगाई है।