ग्रामीण सड़कों से बेधड़क सीमा आर-पार कर रहे हैं लोग
सुंदरगढ़ जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने पर सरकार की ओर से चिता प्रकट की गई है। डीजीपी भी जिले का दौरा कर समीक्षा करने के साथ ही अधिकारियों को सीमा से आने जाने वालों पर नजर रखने के सख्त निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने पर सरकार की ओर से चिता प्रकट की गई है। डीजीपी भी जिले का दौरा कर समीक्षा करने के साथ ही अधिकारियों को सीमा से आने जाने वालों पर नजर रखने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद ग्रामीण सड़कों से होकर लोगों का बेधड़क आना-जाना जारी है जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोजाना एक हजार से ऊपर रह रही है। इसे रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से तमाम जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं लेकिन झारखंड सीमा से लोगों के प्रवेश पर रोक नहीं लग पा रही है। जराईकेला सीमा पर झारखंड पुलिस एवं मोहीपानी में ओडिशा पुलिस कैंप कर रही है पर लोग उन्हें चकमा देकर ग्रामीण सड़कों से होकर सीमा आर-पार कर रहे हैं। लोग राउरकेला एवं आसपास के क्षेत्रों में काम कर वापस भी जा रहे हैं। नुआगांव मार्ग में तो चार एवं दो पहिया वाहनों के आने-जाने पर कोई रोक नहीं है। मुख्य सड़क पर पुलिस एवं शिक्षकों को जांच की जिम्मेदारी मिली है। नुआगांव से सोरडा होकर झारखंड के घाटबाजार में मुख्य मार्ग से जुड़ने वाली सड़क पर लोग खुलेआम आना-जाना कर रहे हैं। जांच चौकी से पहले ही लोग दूसरा रास्ता पकड़ कर फिर मुख्य रास्ते पर आ रहे हैं। झारखंड के मनोहरपुर इलाके से लोग बड़जोजोदा के रास्ते नुआगांव, बिसरा, हाथीबाड़ी, बीरमित्रपुर आना जाना कर रहे हैं। अजइकेला, बंबुआ, पतरापाली, बगडेगा होकर भी लोग झारखंड सीमा पार कर शहर में आ जा रहे हैं। झारखंड बिहार से आने वाले वाहन जलडेगा से होकर नुआगांव ब्लाक के करडेगा के रास्ते हाथीबाड़ी तक पहुंच रहे हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से इन सड़कों पर नजर नहीं रखने से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है।