लोकतांत्रिक व्यवस्था में पंचायती राज पहली सीढ़ी : प्रधान

राउरकेला कालेज राउरकेला सेक्टर-4 में राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से पंचायती राज की समस्या एवं उम्मीद विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 07:27 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 07:27 AM (IST)
लोकतांत्रिक व्यवस्था में पंचायती राज पहली सीढ़ी : प्रधान
लोकतांत्रिक व्यवस्था में पंचायती राज पहली सीढ़ी : प्रधान

जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला कालेज राउरकेला सेक्टर-4 में राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से पंचायती राज की समस्या एवं उम्मीद विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। कालेज की प्रिसिपल सुजाता प्रधान ने इस सेमीनार का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में प्राचार्य प्रधान ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था वैदिक काल से है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की पहली सीढ़ी है। राष्ट्र के विकास में इसका खास महत्व है तथा इससे लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती मिलती है।

राजनीति विज्ञान विभाग प्रमुख डा. अंजना मैत्रा ने सेमीनार के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने संविधान के 73वें संशोधन तथा देश में पंचायती राज व्यवस्था के लागू होने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में गांव स्तर से विकास को बढ़ावा मिल रहा है। पंचायत को विकास के कई अधिकार दिए गए हैं एवं यहीं से विकास की योजनायें लागू की जा सकती हैं। प्रो. एमके दलई, जीतेन्द्र डाकुआ ने भी पंचायती राज व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और कहा कि इससे विकास को नई दिशा मिल रही है एवं गांवों के भारत का सपना साकार हो रहा है। इस कार्यक्रम में विभाग के विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया। जिला परिषद, पंचायत समि,ि ग्राम पंचायत के इतिहास, समस्या एवं उम्मीदों पर अंग्रेजी, हिन्दी व ओडिया में अपने विचार रखे। खुला सत्र में विभाग के प्रो. फरहा सबा, अंग्रेजी विभाग के आरआर राउत ने विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिए। एमके दलई ने अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। इसमें सौ से अधिक छात्र-छात्राओं समेत सभी शिक्षकों ने हिस्सा लिया।

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