नुआगांव कालेज की जमीन पर बस स्टैंड निर्माण का विरोध

नुआगांव पंचायत समिति कालेज परिसर में बस स्टैंड व मार्केट निर्माण की योजना को लेकर विवाद शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 10:10 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 10:10 PM (IST)
नुआगांव कालेज की जमीन पर बस स्टैंड निर्माण का विरोध
नुआगांव कालेज की जमीन पर बस स्टैंड निर्माण का विरोध

जागरण संवाददाता, राउरकेला : नुआगांव पंचायत समिति कालेज परिसर में बस स्टैंड व मार्केट निर्माण की योजना को लेकर विवाद शुरू हो गया है। जहां बीजू जनता दल की ओर से बस स्टैंड का समर्थन किया जा रहा है। वहीं, भाजपा ने इसका विरोध किया है। लिमडा सरपंच सुशील किस्पोटा की अध्यक्षता में इसे लेकर बैठक हुई जिसमें कालेज परिसर में बस स्टैंड का विरोध किया गया। लोग कालेज की जमीन छोड़ कर अन्य जगह बस स्टैंड बनाने को कह रहे हैं। इसे लेकर यहां विवादीय परिस्थिति बनी है।

नुआगांव क्षेत्र के विद्यार्थियों की सुविधा के लिए 1993 में शिक्षाविद यदुमणि साहू, बीरमित्रपुर के पूर्व विधायक सत्यनारायण प्रधान, पूर्व ब्लॉक चेयरमैन पदिनाथ महंतो, विद्याधर देव आदि के प्रयास से कालेज की स्थापना हुई थी। सत्यनारायण प्रधान ने अपने कोष से राशि देकर कालेज का निर्माण कराया था जिससे इलाके के बच्चे घर के पास ही पढ़ाई कर पा रहे हैं। जदुमनि साहू के प्रयास से कालेज को नया रूप मिला। बाद में इसका दायित्व ब्लॉक चेयरमैन मकलू एक्का व पूर्व सरपंच गजेन्द्र साहू ने लिया। यहां इंटर विज्ञान, कला व वाणिज्य विभाग खुला। यहां स्नातक कालेज के लिए विधायक शंकर ओराम द्वारा शिलान्यास किया गया है। 27 नवंबर को बस स्टैंड निर्माण के लिए जमीन की मापी की गई। बीरमित्रपुर तहसीलदार के निर्देश पर सुपरवाइजर, राउरकेला एमवीआइ की मौजूदगी में कालेज की चहारदीवारी को तोड़ा गया और एक एकड़ 23 डिसमिल और कालेज के पास की 47 डिसमिल जमीन मिलाकर एक एकड़ 70 डिसमिल जमीन की पहचान की गई। दीवार तोड़ते समय ब्लॉक चेयरमैन मकलू एक्का और लिमडा सरपंच सुशील किस्पोटा मौजूद थे। 29 नवंबर को कालेज के विद्यार्थियों के साथ लोगों ने बस स्टैंड निर्माण का विरोध किया। यहां तक कि बीडीओ के जरिए जिलापाल को ज्ञापन प्रेषित किया गया। बीरमित्रपुर के विधायक शंकर ओराम के साथ अन्य बुद्धिजीवी भी इसका विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर यहां राजनीति शुरू हो गई है। राउरकेला विधायक शारदा नायक इसका समर्थन कर रहे हैं जबकि बीरमित्रपुर विधायक इसका विरोध कर रहे हैं। लिमडा सरपंच सुशील किस्पोटा ने भी इसका विरोध किया है। कालेज के संस्थापक यदुमणि साहू भी इसका विरोध कर रहे हैं।

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