चंपाझरण में मालगाड़ी से कट कर अज्ञात व्यक्ति की मौत
ट्रेन दुर्घटना के अलग-अलग दो मामले में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं दूसरे का पैर कट जाने से उसे गंभीर अवस्था में राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
संसू, बंडामुडा : ट्रेन दुर्घटना के अलग-अलग दो मामले में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं दूसरे का पैर कट जाने से उसे गंभीर अवस्था में राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहली घटना बंडामुंडा जीआरपी के अधीन चंपाझरण रेलवे स्टेशन के निकट बुधवार को भोर के समय घटी। यहां मालगाड़ी के चपेट में आने से अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई। जिसकी उम्र लगभग 55 वर्ष बताई गई है। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम कर राउरकेला सरकारी अस्पताल के मोर्ग हाउस में रख दिया है। वहीं दूसरी घटना बिसरा रेलवे स्टेशन के पास बुधवार को ही सुबह साढ़े आठ बजे के करीब घटी। चलती ट्रेन से उतरने के दौरान हुए इस हादसे में राशि ठाकुर (32) नामक युवक का पैर कट गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि राशि ठाकुर चक्रधरपुर-राउरकेला मेमो पैसेंजर से उतरने के दौरान उसका पैर फिसल गया जिससे वह ट्रेन के नीचे आ गया और उसका एक पैर कट गया। यात्रियों ने शोर मचाने पर ट्रेन रोकी गई। राशि ठाकुर को स्टेशन पर मौजूद रेल कर्मचारियों ने इलाज के लिए एंबुलेंस के माध्यम से राउरकेला सरकारी अस्पताल भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है। जीआरपी अलग-अलग मामला दर्ज कर घटना की जांच कर रही है। सड़क पर घूमते मवेशियों के गले में बांधा रेडियम का फीता : राउरकेला में दिन रात सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों से अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं जिससे वाहन चालक घायल होने के साथ साथ मौत के मुंह में समाते है। मवेशियों को वाहन दुर्घटना से बचाने के लिए अखिल भारतीय अग्रवाल महिला सम्मेलन (अभाअमस) और ड्रीम-ट्रीम फाउंडेशन संयुक्त रूप से शहर में घूमने वाले मवेशियों के गले में रेडियम फीता बांधने की पहल बुधवार को की। दोनों संस्था के सदस्यों ने छेंड़ स्थित बीपीयूटी से मवेशियों के गले में रेडियम फीता बांधने का काम शुरू किया जो देर शाम तक विभिन्न चौक-चौराहों में जारी रहा। इससे रात के समय रेडियम चमकने से मवेशी दुर्घटना का शिकार होने से बचने के साथ वाहन चलाने वाले भी सतर्क रहेंगे और दोनों सुरक्षित रहेंगे। संस्था की पीआरओ रीना अग्रवाल ने बताया कि मवेशियों के गले में बांधा जाने वाला रेड़ियम फीता पूरी तरह से सुरक्षित है। इससे मवेशियों को किसी भी माह में कोई नुकसान नहीं होगा। इस दौरान संस्था की अध्यक्ष संजू अग्रवाल, उपाध्यक्ष चंद्रा बंसल, कोषाध्यक्ष संतोष अग्रवाल, सह कोषाध्यक्ष निशी भाजिका आदि शामिल थीं।