सूखे की आहट से सहमे सुंदरगढ़ के किसान, मेघों की कर रहे वंदना

सुंदरगढ़ जिले में जुलाई महीने में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है जिससे खेती चौपट हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 09:22 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 09:22 AM (IST)
सूखे की आहट से सहमे सुंदरगढ़ के किसान, मेघों की कर रहे वंदना
सूखे की आहट से सहमे सुंदरगढ़ के किसान, मेघों की कर रहे वंदना

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में जुलाई महीने में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है जिससे खेती चौपट हो गई है। खेती का काम नहीं हो पाने के कारण ग्रामीण सूखे की आशंका जता रहे हैं। जिले के कुतरा ब्लाक के विभिन्न गांवों में महिलाएं अलग-अलग गांव में पानी लाकर ग्राम देवता की पूजा कर रही हैं। जिले में जून में सामान्य से कम 185 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जुलाई में सामान्य वर्षा 386 मिलीमीटर होनी चाहिए पर अब तक मात्र 113.78 मिलीमीटर बारिश हुई है।

17 में से आठ ब्लॉक में सामान्य से कम बारिश होने के कारण खेती का काम शुरू नहीं हो पाया है। पांच ब्लाक में सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गई है। धान की बोआई व बिचड़ा तैयार करने का काम शुरू नहीं हो पाया है। जिले में जून महीने में सामान्य वर्षा 237 मिलीमीटर है पर इस साल 52 मिलमीटर कम 185 मिलीमीटर वर्षा हुई है। टांगरपाली ब्लॉक में 21.76 मिलीमीटर, कुतरा में 39.2 मिलीमीटर, नुआगांव में 92.5 मिलीमीटर, लहुणीपाड़ा में 3.2 मिलीमीटर, कोइड़ा में 9.1, सबडेगा में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। वहीं जुलाई महीने में अब तक हेमगिर में 56.3 मिलीमीटर, लेफ्रीपाड़ा में 48 मिलीमीटर, टांगरपाली में 172 मिलीमीटर, सुंदरगढ़ सदर में 189 मिलीमीटर, सबडेगा में 70 मिलीमीटर, बालीशंकरा में 67.7 मिलीमीटर, बड़गांव में 165.4 मिलीमीटर, कुतरा में 67 मिलीमीटर, राजगांगपुर में 207 मिलीमीटर, कुआरमुंडा में 175 मिलीमीटर, नुआगांव में 99.1 मिलीमीटर, बिसरा में 163 मिलीमीटर, लाठीकटा में 108 मिलीमीटर,लहुणीपाड़ा में 107 मिलीमीटर, गुरुंडिया में 62.2 तथा कोइड़ा में 61 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुआ है। टांगरपाली ब्लॉक में 4022 हेक्टर जमीन पर धान की बुआई एवं 7748 हेक्टर पर रोपाई तथा 3567 में कढ़ानी, सुंदरगढ़ सदर ब्लॉक में 6388 में बुआई, 6897 में रोपाई तथा 6033हेक्टर पर कढ़ानी, कुतरा ब्लाक में 7346 हेक्टर में बुआई, 3550 हेक्टर पर रोपाई एवं 7100 हेक्टरपर कढ़ानी कर धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है। नुआगांव ब्लाक में 15,061हेक्टर पर बुआई एवं 6199 हेक्टर पर रोपाई तथा 13187 हेक्टर पर कढ़ानी, लहुणीपाड़ा ब्लाक में 6415 हेक्टर पर बुआई एवं 6683 हेक्टर पर रोपाई तथा 5910 हेक्टर पर कढ़ानी , कोइड़ा ब्लाक में 4871 हेक्टर पर बुआई एवं 4666 हेक्टर पर रोपाई तथा 4612 हेक्टर पर कढ़ानी, सबडेगा ब्लाक में 5364 हेक्टर पर बुआई एवं 5378 हेक्टर पर रोपाई तथा 5237 हेक्टर पर कढ़ानी के जरिए खेती का लक्ष्य रखा गया था। इन आठ ब्लॉक में से नुआगांव, लेफ्रीपाड़ा, टांगरपाली, सुंदरगढ़ व कुतरा ब्लाक की स्थिति चिताजनक है। यहां खेती का काम आगे नहीं बढ़ रहा है। किसान बीज व खाद लेकर घर में रखे हैं एवं बारिश का इंतजार कर रहे हैं। हर साल जून महीने के अंत तक रोपाई का काम कुछ इलाके में शुरु होकर जुलाई के अंत तक खत्म होता है पर इस साल इसमें विलंब हो गया है।

बारिश के लिए पीपल की पूजा में जुटी महिलाएं

कुतरा ब्लाक में कम बारिश होने के कारण कृषि काम बाधित है। ग्राम देवता व इंद्र देवता को खुश करने के लिए ग्रामीण महिलायें सीमा के बाहर से पानी लाकर पीपल पेड़ पर अर्पण कर पूजा अर्चना कर रही हैं। कुतरा ब्लाक के 16 पंचायतों की हालत काफी खराब है। यहां खेती सूखने लगी है जिससे किसानों की चिता बढ़ गई है। सूखे की आशंका को टालने के लिए ग्रामीण महिलायें पूजापाठ का सहारा ले रही हैं। गांव गांव की महिलायें दूसरे सीमा पर जाकर जल लाकर अपने गांव के पीपल के पेड़ को अर्पित कर रही हैं ताकि देवता खुश हो जायें और उनके गांव में बारिश हो तथा खेती का काम शुरु हो सके।

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