मानसिक तंदुरुस्ती के लिए एनआइटी के छात्रों की ऑनलाइन वर्कशाप

सात महीने से दुनिया कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है। छात्र कॉलेज परिसर में नहीं हैं और घर में बंद सिर्फ इंटरनेट की सुविधा से एक-दूसरे से जुड़ रहें हैं और पढ़ाई कर रहे हैं। न खेलकूद न क्लब-कल्चर न कोई छात्र गतिविधि या कार्यक्रम।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 10:53 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 05:09 AM (IST)
मानसिक तंदुरुस्ती के लिए एनआइटी के छात्रों की ऑनलाइन वर्कशाप
मानसिक तंदुरुस्ती के लिए एनआइटी के छात्रों की ऑनलाइन वर्कशाप

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सात महीने से दुनिया कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रही है। छात्र कॉलेज परिसर में नहीं हैं और घर में बंद सिर्फ इंटरनेट की सुविधा से एक-दूसरे से जुड़ रहें हैं और पढ़ाई कर रहे हैं। न खेलकूद, न क्लब-कल्चर, न कोई छात्र गतिविधि या कार्यक्रम। प्लेसमेंट और इंटर्नशिप को लेकर भी इंजीनियरिग छात्रों को अनिश्चितता और भविष्य के लिए तनाव हो सकता है। इसे देखते हुए एनआइटी राउरकेला स्थित स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर ने कई प्रयास शुरू किए है। लॉकडाउन से पहले संस्थान में छात्रों का जीवन छात्र गतिविधि केंद्र (स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर) के तहत संचालित होने वाले कई क्लबों में पढ़ाई और गतिविधियों में भाग लेने के साथ बताया जाता था ताकि पढ़ाई के साथ-साथ वे कई और गुर सीख रखें। लेकिन कॉलेज बंद रहने के दौरान जिस तरह से इन छात्रों ने वेबिनार और वर्कशॉप के माध्यम से सारी गतिविधियां जारी रखीं हैं। एनआईटी के छात्रों में लॉकडाउन के दौरान खाली समय में आविष्कार करने और नई कला सीखने की ललक और बढ़ गई। वो अब विभिन्न क्लब गतिविधियों में भाग लेकर कई नई चीजें सीख रहें हैं। एनआइटी राउरकेला में उन्हें जो तकनीकी कौशल हासिल हुआ है, उसे अब उपयोग में लाया जा रहा है। छात्र क्लब, जिनके सदस्य देश-दुनिया में फैलें हुए हैं, वे और सक्रिय तरीके काम कर रहे हैं। डॉ. सीमा महांती जो छात्र गतिविधि केंद्र की प्रोफेसर इन चार्ज हैं, बताया कि हाल ही में एनआइटी राउरकेला स्टूडेंट चैप्टर ने दक्षिण-एशियाई क्षेत्र के लिए प्रतिष्ठित छात्र क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस वर्ष के छात्र क्षेत्रीय सम्मेलन को 'प्रज्वलित' नाम दिया गया है। इसमें करीब 500 छात्रों ने भाग लिया। यह एसआरसी एक मंच है, जिसका उद्देश्य कार्यशालाओं और आयोजनों का संचालन करके सेफ्टी और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित करते हुए छात्रों को औद्योगिक रुझानों से अवगत कराना है। इस वर्ष के एसआरसी में इंटरएक्टिव सत्र, तकनीकी कार्यशाला शामिल थीं। इस मेगा इवेंट में भारत के छात्रों ने कई विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व किया और श्रीलंका, फिलीपींस और बांग्लादेश के कुछ विदेशी विश्वविद्यालय भी इस सम्मेलन का हिस्सा बने। अब तक कई वेबिनार आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें ई-सेल (उद्यमिता सेल), जिसमें छात्रों ने उद्यमिता के क्षेत्र से संबंधित कई जानकारी जानीमानी हस्तियों से हासिल की। हैकसी आईटीआर, ओपनकोड (कोडिग क्लब) द्वारा आयोजित हैकाथॉन में भारत के हजारों छात्र जुड़े। कॉग्नि•ान (डिबेट क्लब) ने छात्रों के बीच राजनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए नॉर्वे के राजनयिक एरिक सोलहेम को आमंत्रित किया। क्लेरियन (डिबेटिग क्लब) ने क्लब के सदस्यों को वैश्विक विमर्शकारों से जोड़ने और चर्चा करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म दिया। तकनीकी क्लब जैसे स्टीलन (धातुकर्म और सामग्री इंजीनियरिग क्लब), एआइसीएचई (केमिकल इंजीनियरिग क्लब), इंडियन सिरेमिक सोसाइटी क्लब और जेनेसिस (बायोइंजीनियरिग क्लब) आदि छात्र समुदायों के बीच ऑनलाइन प्लेटफार्म पर चर्चा और ज्ञान प्रसार कर रहें हैं। एसडीजी (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) क्लब ने युवाओं के बीच सस्टेनेबल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए कई वेबिनार के अलावा अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन फिल्म महोत्सव का आयोजन किया। लियो, रोटारैक्ट और आसरा के सामाजिक सेवा क्लबों ने प्रोजेक्ट 'शिरकत' का आयोजन किया।

chat bot
आपका साथी