शिशु की प्रथम अध्यापिका होती है मां : प्राचार्य

शहर के बी-सेक्टर स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मातृ कार्यशाला का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:43 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:43 PM (IST)
शिशु की प्रथम अध्यापिका होती है मां : प्राचार्य
शिशु की प्रथम अध्यापिका होती है मां : प्राचार्य

संसू, बंडामुंडा : शहर के बी-सेक्टर स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मातृ कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्कूल के प्राचार्य गिरिधारी दलेई के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला में अभिभावक माताओं ने हिस्सा लिया। उपस्थित माताओं को पढ़ाई एवं संस्कारों के बारे में अनेक उदाहरण देते हुए स्कूल के प्राचार्य ने कहा कि मां ही शिशु की प्रथम अध्यापिका है। शिशुओं को शिक्षित करने में अध्यापिकाओं के अलावा माताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि बच्चे अपना अधिकांश समय माताओं के पास ही व्यतीत करते हैं। हम सबका पहला उद्देश्य बच्चे को अच्छा नागरिक बनाना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभिभावक व आचार्य एक रथ के दो पहिए हैं जिनका एक साथ चलना उचित है। इस कार्यशाला के आयोजन के औचित्य एवं महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। अन्य वक्ताओं ने भी अपने संबोधन में बच्चों को सुसंस्कारी बनाने के साथ साथ अच्छा नागरिक बनाने पर जोर दिया। शिक्षिका प्रतिमा महंती, निवेदिता महंती, द्रौपदी महतो सहित बच्चे भी उपस्थित थे। गुमटी का ताला तोड़ कर चोरी : लाठीकटा बाजार में सुकांत बेहरा की गुमटी का ताला तोड़ कर सामान चुरा लिया गया। इस संबंध में थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सुकांत बेहरा अपनी गुमटी में ताला लगाकर घर गया था। रात को अज्ञात लोगों ने ताला तोड़ कर एक मोबाइल फोन, साबुन, तेल, पान मसाला समेत अन्य सामान चोरी कर फरार हो गए। सुबह इसका पता चलने के बाद इस संबंध में थाने में लिखित शिकायत की गई। पांच हजार रुपये से अधिक की चोरी होने की बात दुकानदार ने कही है।

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