जमशेदपुर के गीतकार अवनीश को लीडरशिप अवार्ड

जमशेदपुर झारखंड के जाने माने अभिनेता गीतकार व गायक अवनीश प्रसाद मिश्र को यूथ मूवमेंट फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से ओडिशी संगीत क्षेत्र में उत्कृष्ट अवदान के लिए लीडरशिप अवार्ड प्रदान किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:44 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:44 AM (IST)
जमशेदपुर के गीतकार अवनीश को लीडरशिप अवार्ड
जमशेदपुर के गीतकार अवनीश को लीडरशिप अवार्ड

जागरण संवाददाता, राउरकेला : जमशेदपुर, झारखंड के जाने माने अभिनेता, गीतकार व गायक अवनीश प्रसाद मिश्र को यूथ मूवमेंट फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से ओडिशी संगीत क्षेत्र में उत्कृष्ट अवदान के लिए लीडरशिप अवार्ड प्रदान किया गया है। फेडरेशन की ओर से स्थानीय एक होटल में कार्यक्रम आयोजित कर विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वालों के साथ प्रतियोगिता के विजेता पुरस्कृत किए गए। पेशे से आर्किटेक इंजीनियर अवनीश, गीतकार, संगीतकार एवं अभिनेता के रूप में संगीत प्रेमियों को प्रेरित किया है। उनके गीत मो छोटो गां टी, प्रभु तोमे, कुंवर पुनेइ जन्हो, मां रो भाषा भलोलागे, रंगमंच, प्रथम प्रेम, छोटो झियोटी, भूल मोते प्रभूति जैसे 22 गीत अब तक बना चुके हैं एवं विभिन्न माध्यमों में प्रसारित हो चुका है एवं हजारों लोग लाइक, शेयर व कमेंट कर चुके हैं। इस कार्यक्रम में यूनिटेक के चेयरमैन नरेश आर्या को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में फेडरेशन के अध्यक्ष अध्यक्ष नलिनीकांत धर व महासचिव विवेकानंद दास मौजूद थे। व‌र्ज्यवस्तु पर अनुसंधान कर पुरी लौटे मधुसूदन मिश्र : देश के विभिन्न राज्यों में व‌र्ज्यवस्तु जैसे प्लास्टिक, कूड़ा-कचरा के प्रबंधन पर अनुसंधान करने के बाद पुरी पहुंचे वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मधुसुदन मिश्र का भव्य स्वागत किया गया। मधुसुदन मिश्र ने अपनी बुलेट मोटरसाइकिल के जरिए 23 दिन में पुरी से लद्दाख तक की यात्रा की है।

वह मोटरसाइकिल के जरिए अपने एक साथी के साथ पुरी से झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, हरियाणा, पंजाब तथा जम्मू कश्मीर होकर लद्दाख पहुंचे। यात्रा के समय वह हजारीबाग, वाराणसी, मथुरा, हरिद्वार, झांसी और अयोध्या में लोगों से मिले और व‌र्ज्यवस्तु के प्रबंधन के संदर्भ में जानकारी ली। इसके अलावा नमामि गंगे स्वच्छता कार्यक्रम में भी वह शामिल हुए। उनके साथ पर्वतारोही मित्रभानु नायक भी थे। मधुसूदन जब पुरी लौटे तब सामाजिक संस्था समर्पण की तरफ से भक्त साल्वे पीठ में उनका स्वागत एवं सम्मानित किया गया। मधुसूदन मिश्र ने 23 दिन में 6 हजार किलोमीटर की यात्रा की। स्वागत समारोह में वरिष्ठ लेखक बद्री मिश्रा, जयंती महापात्र, पुस्तक मेला कमेटी के सचिव चक्रधर महापात्र, वॉइस ऑफ कॉमन पीपल संस्था के मुख्य ट्रैक्टर मिश्रा, राजेश महंती प्रमुख ने उन्हें फूल माला और महाप्रभु के खंडुवा (दुपट्टा) पहनाकर स्वागत किया। वरिष्ठ प्रोफेसर अभिमन्यु भुया, जगन्नाथ जी के सेवक डॉक्टर शरद चंद्र महंती ने भी मिश्र का स्वागत किया।

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