खुले आसमान के नीचे सोते मिले बच्चे तो जिलापाल पर होगी कार्रवाई
राज्य भर में सर्दी के कारण तापमान में गिरावट आई है। ऐसे में अगर कोई बच्चा खुले आसमान के नीचे सोते हुए मिला तो जिलापाल कार्रवाई के दायरे में आएंगे।
जागरण संवददाता, राउरकेला : राज्य भर में सर्दी के कारण तापमान में गिरावट आई है। ऐसे में अगर कोई बच्चा खुले आसमान के नीचे सोते हुए मिला तो जिलापाल कार्रवाई के दायरे में आएंगे। यह देखा गया है कि राउरकेला, राजगांगपुर, सुंदरगढ़, बीरमित्रपुर जैसे शहरी इलाकों में अपने बेघर माता-पिता के साथ जो बच्चे हैं, वे सर्द मौसम में खुले आसमान के नीचे सोते हैं। इस तरह के कई मामले सामने आने के बाद ओडिशा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (ओएससीपीसीआर) ने जिला कलेक्टर से यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी बच्चा सर्द मौसम की स्थिति में खुले आसमान के नीचे न सोए। आयोग की ओर से यह आदेश तब आया जब ऐसे मामलों से बाल अधिकारों का उल्लंघन होने की शिकायतें मिली। आयोग की ओर से जिलापाल को 15 दिनों के अंदर आदेश का पालन करने का निर्देश दिया है। आयोग के अध्यक्ष संध्यावति प्रधान की ओर से कहा गया है कि कई शहरी इलाकों में अपने बेघर माता-पिता के साथ रहने वाले बच्चे सर्द मौसम में खुले आसमान के नीचे सोते हैं। यह उनकी सुरक्षा के लिए गंभीर चिता का विषय है। केवल इतना ही नहीं उनके कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आने संभावना भी बढ़ जाती है।
बेघर बच्चे व उनके माता-पिता की होगी पहचान : निर्देश के अनुसार, जिलापाल को अपने जिले के अंतर्गत सभी शहरी स्थानीय निकायों में कमजोर बच्चों और उनके परिवारों की पहचान के लिए विशेष जागरूकता अभियान आयोजित करना होगा। प्रशासन एक टेलीफोन- व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर भी शुरू करेगा तथा इस संबंध में शिकायतें प्राप्त होने के 30 मिनट के भीतर इसके निबटारा करने के लिए कदम उठाएगी। जिलापाल को शहरी बेघरों के लिए तैयार आश्रय स्थल के इस्तेमाल के लिए भी कहा गया है। किसी भी स्थायी रैन बसेरे के अभाव में, वे शहरी स्थानीय निकायों और राज्य शहरी विकास एजेंसी के समन्वय में अस्थायी आश्रय की व्यवस्था करेंगे।
काउंसलिग कार्यक्रमों का करेंगे आयोजन : ओएससीपीसीआर के अध्यक्ष ने जिलापाल से कहा कि वे पर्याप्त सुरक्षा उपायों को तैयार रखें और शहरी बेघरों के लिए काउंसिलिंग कार्यक्रमों का आयोजन करें। दो दिन पहले, राज्य शहरी विकास एजेंसी ने पांच निगमों के नगर आयुक्तों और नगर पालिका के 15 कार्यपालक अधिकारियों को सर्दी के दौरान बेघरों के लिए शहरी आश्रय बनाने के लिए शीघ्र कदम उठाने का निर्देश दिया था। नागरिक निकायों को पहले ऐसे आश्रय स्थलों के निर्माण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने में समय बर्बाद किए बिना उपलब्ध भवनों का उपयोग करने के लिए कहा गया था।