12 साल पहले लिया गया फैसला अब तक लागू नहीं

ओडिशा में छह हजार पुलिस के पद रिक्त पड़े हुए हैं। वर्तमान कोरोना के दौर में पुलिस कर्मचारी एक के बाद एक संक्रमित हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 02:07 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 05:08 AM (IST)
12 साल पहले लिया गया फैसला अब तक लागू नहीं
12 साल पहले लिया गया फैसला अब तक लागू नहीं

जासं, बागेश्वर: कमेड़ीदेवी-स्यांकोट मोटर मार्ग में घटिया डामरीकरण होने पर ब्लॉक प्रमुख कपकोट गोविद दानू बिफर पड़े। उन्होंने काम पर रोक लगा दी है। साथ ही अवर अभियंता और जूनियर अभियंता को एफआइआर की चेतावनी दी है। इससे विभागीय अफसरों में हड़कंप मच गया है। शनिवार को ब्लॉक प्रमुख कपकोट दानू ने कमेड़ीदेवी-स्यांकोट मोटर मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रद्धा जोशी और क्षेत्र के प्रधानों ने उनसे घटिया डामरीकरण की शिकायत की। उन्होंने निरीक्षण का भरोसा दिया था और उनकी बात सच साबित हुई है। बताया कि कमेड़ीदेवी-स्यांकोट मोटर मार्ग के किमी तीन में करीब 10.41 लाख रुपये से डामरीकरण किया जा रहा है। जिसकी गुणवत्ता बहुत ही घटिया है। उन्होंने एई पूरन फत्र्याल व जेई दीपकांत को साथ लेकर डामरीकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले हुआ डामर उखड़ गया है। उन्होंने अफसरों को कड़ी फटकार भी लगाई। कहा कि डामर हाथ लगाने पर ही उखड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह सरकारी धन का दुरुपयोग है। उन्होंने उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की चेतावनी भी दी। जिस पर जेई और एई ने बताया कि ठेकेदार ने बिना अनुमति के डामरीकरण कार्य प्रारंभ कर दिया था। सड़क जेई ईश्वर जोशी के अधीन है और वह अवकाश पर हैं। उन्होंने कहा कि डामरीकरण मानकों के अनुसार कराया जाएगा।

इस मौके पर प्रधान ललता प्रसाद जोशी, ईश्वर सिंह, सुंदर राठौर, राकेश जोशी, अनिता देवी, कमल भौर्याल आदि मौजूद थे।

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