पूजा बाद तालाब व नदी घाटों पर बढ़ी गंदगी

शहर में गणेश पूजा दुर्गा पूजा एवं लक्ष्मी पूजा बड़े ही धूमधाम से की गयी। प्रशासन की ओर से पूजा के दौरान प्लास्टिक सामग्रियों का इस्तेमाल नहीं करने तथा प्रदूषण रोकने के अनुरोध किया गया था पर इसका असर नहीं दिख रहा है। प्रतिमा तथा पूजा सामग्रियों के तालाब व नदी घाटों पर विसर्जन करने के कारण गंदगी बढ़ी है। छठ पूजा से पहले इसकी सफाई नहीं होने पर व्रतियों को परेशानी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Oct 2019 11:11 PM (IST) Updated:Tue, 22 Oct 2019 06:33 AM (IST)
पूजा बाद तालाब व नदी घाटों पर बढ़ी गंदगी
पूजा बाद तालाब व नदी घाटों पर बढ़ी गंदगी

जागरण संवाददाता, राउरकेला : शहर में गणेश पूजा, दुर्गा पूजा एवं लक्ष्मी पूजा बड़े ही धूमधाम से संपन्न हो गया। प्रशासन ने पूजा के दौरान प्लास्टिक के सामानों का इस्तेमाल नहीं करने तथा प्रदूषण रोकने के अनुरोध किया था पर इसका असर नहीं दिखायी दिया। वहीं, प्रतिमा तथा पूजा सामग्री का तालाब एवं नदी घाटों पर विसर्जन करने के कारण वहां गंदगी बढ़ गई है। छठ पूजा से पहले इसकी सफाई नहीं होने पर व्रतियों को परेशानी होगी।

पूजा सामग्री एवं प्रतिमाओं का विसर्जन के लिए प्रशासन की ओर से विशेष तौर पर कृत्रिम जल संग्रह कर विसर्जन घाट तैयार किया गया है। बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन वहां किया जा रहा है पर छोटी प्रतिमाओं एवं पूजा सामग्री का विसर्जन पास के तालाब व नदी घाटों में ही लोग कर रहे हैं। शहर में मुख्य रूप से बसंती कॉलोनी के डीएवी तालाब, गोपबंधुपल्ली रेलवे तालाब, शक्तिनगर तालाब, छेंड टिस्को क्वारी के अलावा सेक्टर-20 वैकुंठ घाट, सेक्टर-16 डोंगा घाट, पानपोष घाट, वेदव्यास घाट, बंडामुंडा तालाब आदि में किया जाता है। पूजा सामग्री तालाबों में डाले जाने से गंदगी बढ़ी हुई है जिसकी सफाई शुरू नहीं हो पायी है। छठ पूजा के दस दिन शेष हैं यदि घाटों को ठीक तरह से सफाई नहीं की गयी तो व्रतियों और श्रद्धालुओं को अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। बिहार सांस्कृतिक परिषद, बिहार युवा मंच समेत विभिन्न संगठनों की ओर से प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया गया है तथा इसकी सफाई का अनुरोध किया गया है।

chat bot
आपका साथी