करें यातायात नियमों का पालन, नहीं होगा हादसा

सड़क पर दुर्घटना रोकने बने यातायात के नियम का पालन केवल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 11:31 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 11:31 PM (IST)
करें यातायात नियमों का पालन, नहीं होगा हादसा
करें यातायात नियमों का पालन, नहीं होगा हादसा

जागरण संवाददाता, राउरकेला:

सड़क पर दुर्घटना रोकने बने यातायात के नियम का पालन केवल वाहन चालकों को नहीं बल्कि पैदल चलने वालों को भी पालन करना चाहिए। दोनों में से कोई भी यदि लापरवाही बरते तो दुर्घटना तय है। जानकारी के अभाव तथा असावधानी के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं एवं लोग इसे घायल होने के साथ साथ जान भी गंवा रहे हैं। थोड़ी सावधानी बरत कर सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कर सड़क हादसे से बचा जा सकता है।

सड़क पार करते समय बरतें सावधानी :

सड़क पार करते समय हमेशा सावधानी बरतें। हड़बड़ी में कभी भी सड़क पार न करें। हाईवे या बड़ी भीड़ भाड़ वाली सड़कों को पार करते समय हमेशा जेब्रा क्रा¨सग का इस्तेमाल करें। पहले बाएं फिर दाएं फिर बाएं देखें। यदि तेज रफ्तार कोई वाहन आ रहा हो तो रुक जाएं। उसे पार हो जाने दें। वाहनों की गति का आकलन करने के बाद ही सड़क पार करने के लिए आगे बढ़ें। सिग्नल वाली सड़कों पर जब वाहन रुकें तभी सड़क पार करें।

असावधानी से हो रही हैं दुर्घटनाएं :

सड़क पर चलते समय एवं सड़क पार करते समय असावधानी के कारण ही हादसे अधिक हो रहे हैं। वाहन चलाते समय एवं पैदल चलते समय मानसिक स्थिति ठीक नहीं होना तथा ध्यान भटकने के कारण भी हादसे हो रहे हैं। सड़क पर वाहन चलाते समय केवल वाहन पर ही मन को स्थिर रखना चाहिए न कि परिवार, कार्यालय व व्यवसाय की ¨चता करनी चाहिए। सड़क पार करते समय सतर्कता के साथ साथ संयोजन की भी जरूरत है।

सड़क पार न करते समय छोटे बच्चों का रखे ख्याल :

14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का अकेले सड़क पार करना खतरनाक होता है। इस उम्र में मानसिक संयोजन और सटीक निर्णय की क्षमता का विकास नहीं हो पाता है। इसलिए इस उम्र के बच्चों को अकेले में सड़क पार करने से रोकना चाहिए। साथ में सड़क पार करते समय इनका खास ख्याल रखना चाहिए। इन्हें समय-समय पर परिवहन व यातायात नियमों की जानकारी देनी चाहिए।

बच्चों को दें जानकारी

जब आप अपने बच्चों के साथ सड़क पार कर रहे हैं उन्हें नियमों के संबंध में बताएं। यातायात विभाग की ओर से आयोजित होने वाले शिविरों में भी बच्चों और अभिभावकों को शामिल होना चाहिए।

- एमपी कारुआ, ट्रैफिक डीएसपी, राउरकेला।

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