सैलून खोलने अनुमति व आर्थिक मदद की मांग

लॉकडाउन में सैलून व ब्यूटीपार्लर बंद होने से इस पर आश्रित लोगों की आर्थिक हालत दयनीय हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 09:58 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 09:58 PM (IST)
सैलून खोलने अनुमति व आर्थिक मदद की मांग
सैलून खोलने अनुमति व आर्थिक मदद की मांग

जागरण संवाददाता, राउरकेला : लॉकडाउन में सैलून व ब्यूटीपार्लर बंद होने से इस पर आश्रित लोगों की आर्थिक हालत दयनीय हो गई है। सैलून मालिक व कारीगरों के समक्ष रोटी का संकट खड़ा हो गया है। लॉकडाउन में ढील के बावजूद सैलून व ब्यूटीपार्लर नहीं खोले जाने की उम्मीद थी पर उसे पूर्ववत बंद रखा गया। निखिल उत्कल बारिक समिति की ओर से शुक्रवार को लोगों की दयनीय हालत से अवगत कराते हुए एडीएम के जरिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

समिति की ओर से कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के डर से कम लोग सैलून जा रहे थे जिससे इस पेशे से जुड़े लोगों का धंधा पहले से ही मंदा चल रहा था। छोटे गुमटी पर सैलून खोल कर किसी तरह से आजीविका चलाने वालों की हालत ठीक नहीं थी। कोरोना के दूसरी लहर आते ही सैलून व ब्यूटीपार्लर बंद कर दिए गए। इससे उनका रोजगार पूरी तरह से छिन गया। वे बाहर कहीं काम भी नहीं कर पा रहे हैं। इससे उनकी आर्थिक हालत दयनीय हो गई है। समिति की ओर से लॉकडाउन में ढील के साथ ही शर्तों के साथ सैलून को भी खोलने की अनुमति देने, इस पेशे से जुड़े लोगों को आर्थिक मदद देने की मांग की गई। इसमें अध्यक्ष राजेन्द्र बारिक, उपाध्यक्ष रवीन्द्र ठाकुर, विशुनचरण बारिक, महासचिव बासुदेव बारिक, सचिव सुकांत बारिक, कोषाध्यक्ष संजय ठाकुर, वैद्यनाथ सेन, रंजीत शर्मा, ललन शर्मा, मनोज बारिक, पूर्णचंद्र बारिक, संतोष ठाकुर, बसंत बारिक, देवेन्द्र बारिक, सुदाम बारिक, प्रदीप बारिक, खगेश्वर बारिक, टुटू बारिक, संग्राम बारिक, बाबूल बारिक समेत अन्य लोग शामिल थे।

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