श्मशान बंधुओं ने कोरोना से मृत वृद्धा का किया अंतिम संस्कार

सुंदरगढ़ कोविड अस्पताल में इलाज के दौरान मृत असहाय वृद्धा का श्मशान बंधुओं ने हिन्दू रीति से अंतिम संस्कार किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 09:59 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 09:59 PM (IST)
श्मशान बंधुओं ने कोरोना से मृत वृद्धा का किया अंतिम संस्कार
श्मशान बंधुओं ने कोरोना से मृत वृद्धा का किया अंतिम संस्कार

जासं, राउरकेला : सुंदरगढ़ कोविड अस्पताल में इलाज के दौरान मृत असहाय वृद्धा का श्मशान बंधुओं ने हिन्दू रीति से अंतिम संस्कार किया। 70 वर्षीय वृद्धा का अपना कोई नहीं था। कुछ दिन पहले वह बुखार का इलाज कराने के लिए सुंदरगढ़ सदर अस्पताल आई थी। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे कोविड अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी मौत हो गई। उसका अपना कोई नहीं होने के कारण प्रशासन के अनुरोध पर श्मशान बंधु सिद्धांत कुमार पंडा, शिशिर बेहरा, मनोज त्रिपाठी, कमलेश नथानी ने मिलकर हिन्दू रीति से उसका अंतिम संस्कार किया।

तुमलिया पंचायत शटडाउन : कोरोना संक्रमण के चलते बालीशंकरा ब्लाक के तुमलिया पंचायत को 22 अप्रैल तक के लिए शटडाउन कर दिया गया है। तीन दिन तक पंचायत क्षेत्र के सभी दुकान बाजार, परिवहन बंद रखे गए हैं। पंचायत कार्यालय की ओर से इसके लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। पंचायत क्षेत्र में किसी भी बाहरी व्यक्ति या वाहन के प्रवेश पर भी रोक लगी है। इस क्षेत्र से लोगों को बाहर नहीं जाने तथा कोरोना के लक्षण होने पर जांच कराने का अनुरोध किया गया है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है एवं जरूरत पड़ने पर इसकी अवधि और बढ़ाई जाएगी। राजगांगपुर में उठने लगी क्वारंटाइन सेंटर की मांग : कोरोना के बढ़ते मामलों ने नगरवासियों की चिंता बढ़ा दी है। बाजार-हाट में कोविड नियम की अनदेखी लोगों के लिए मुसीबत बन सकती हैं। इसे देखते हुए शहरवासियों ने फिर से क्वारंटाइन सेंटर बनाने की मांग शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने जिलापाल से जल्द से जल्द शहर में क्वारंटाइन सेंटर खोलने की मांग की है। लोगों का कहना है शहर में दिन पर दिन हालत बेकाबू हो रहे हैं। हर दिन दर्जनों की संख्या में कोरोना पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। क्वारंटाइन सेंटर नहीं होने के कारण घर घर में यह महामारी फैलते जा रही है। घर में पॉजिटिव मरीजों को रखने से पूरा परिवार महामारी की चपेट में आने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में क्वारंटाइन सेंटर खोलना अति आवश्यक है ताकि परिवार को सुरक्षित रखा जा सके। लोगों का कहना है सरकारी अस्पताल में हर दिन जो कोरोना का टेस्ट हो रहा है उसकी रिपोर्ट दो से तीन में आ रही है। जिन लोगों की टेस्ट रिपोर्ट जब तक नहीं आती है उन्हें तबतक क्वारंटाइन सेंटर या आइसोलेशन में रखना जनहित में होगा।

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