तीसरी लहर से निपटने आरजीएच में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण

कोरोना की दूसरी लहर के थमने के बाद राउरकेला सरकारी अस्पताल में तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जोरशोर से चल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 09:41 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 09:41 PM (IST)
तीसरी लहर से निपटने आरजीएच में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण
तीसरी लहर से निपटने आरजीएच में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण

जागरण संवाददाता, राउरकेला : कोरोना की दूसरी लहर के थमने के बाद राउरकेला सरकारी अस्पताल में तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जोरशोर से चल रही है। इसके लिए अस्पताल परिसर में ही 50 लाख रुपये की लागत पर एक हजार एलएमपी क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट के साथ ही वातावरण से ही ऑक्सीजन लेकर बेड तक पहुंचाने के लिए प्रेशर स्विंग आब्जवर्सन (पीएसए) मशीन लग चुकी है। दूसरी लहर में उत्पन्न असुविधा से सबक लेते हुए तीसरी लहर से निपटने के लिए आवश्यक जांच, चिकित्सक व चिकित्सा कर्मी, बेड आदि का प्रबंधन कर लिया गया है। गंभीर मरीजों को यहां से जेपी अस्पताल, हाइटेक अस्पताल तथा इस्पात निदान केंद्र स्थानांतरित किया जाएगा। राउरकेला सरकारी अस्पातल में 54 बेड वाला आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। फिलहाल यहां दूसरे 22 मरीजों का इलाज चल रहा है। यहां कोरोना का एक भी मरीज नहीं हैं। यहां गंभीर मरीजों के लिए आइसीयू या वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है। किसी मरीज की तबीयत बिगड़ने पर उसे तत्काल हाइटेक कोविड अस्पातल में स्थानांतरित किया जाएगा। यहां से मरीजों को फर्टिलाइजर में 100 बेड वाले इस्पात निदान केंद्र में भी भेजा जा सकता है जहां सभी बेड में ऑक्सीजन की आपूर्ति की सुविधा है। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी महसूस की गई थी पर यहां इसकी कमी से किसी की मौत नहीं हुई थी। तीसरी लहर आने की संभावना तथा ऑक्सीजन संकट से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से राउरकेला सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। परिसर में जगह की कमी के चलते मातृ एवं शिशु अस्पताल (एमएचसीएच) भवन के पास प्लांट बनाया जा रहा है। इसकी क्षमता 833 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) है। लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित इस प्लांट पर 50 लाख रुपये से अधिक खर्च होंगे। ऑक्सीजन को वातावरण से एकत्र किया जाएगा और संयंत्र के माध्यम से रोगियों तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा पीएसए मशीन भी लगाई गई है। इसके जरिए ऑक्सीजन वातावरण से लेकर सीधे बेड तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलाव अस्पताल में ही आरटीपीसीआर व एंटीजेन टेस्ट की सुविधा है। एक दिन जरूरत के अनुसार सभी नमूनों की जांच की जा सकती है। कोरोना के इलाज के लिए सरकार द्वारा आवश्यक सभी जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध करायी गई है। सरकार की ओर से तीसरी लहर को लेकर किसी तरह का निर्देश जारी नहीं किया गया है। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन की ओर से सभी तरह की तैयारी होने की बात प्रबंधक मोहित कुमार श्रीवास्तव ने कही है।

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