अनुकंपा नियुक्ति के लिए सात साल से भटक रहा जहांआरा का परिवार

सेक्टर-6 के सर्वेंट क्वार्टर निवासी शाहिद की मां जहाआरा बेगम सेक्टर-6 सरकारी बालिका हाईस्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में काम करती थीं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:50 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:50 PM (IST)
अनुकंपा नियुक्ति के लिए सात साल से भटक रहा जहांआरा का परिवार
अनुकंपा नियुक्ति के लिए सात साल से भटक रहा जहांआरा का परिवार

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सेक्टर-6 के सर्वेंट क्वार्टर निवासी शाहिद की मां जहाआरा बेगम सेक्टर-6 सरकारी बालिका हाईस्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में काम करती थीं। स्तन कैंसर से 21 नवंबर 2014 को 56 साल की आयु में उनकी मौत हो गई। पिता दोनों पैर से लाचार हैं एवं घर में एक अविवाहित बहन है। परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है। अनुकंपा नियुक्ति के लिए हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद शिक्षा विभाग की ओर से पहल नहीं की जा रही है। सभी आवश्यक काम पूरा होने के बाद फाइल जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में अटकी हुई है।

शाहिद के परिवार में केवल मां का रोजगार था। उनकी मौत के बाद परिवार की आमदनी रुक गई। ट्रेन हादसे में पिता के दोनों पैर कट गए। पिता के इलाज व बहन की पढ़ाई का बोझ उठाना मुश्किल था। सरकारी नियम के अनुसार अनुकंपा नियुक्ति की उम्मीद को लेकर आवेदन किया एवं सभी दस्तावेज तैयार कर विभाग को भेजा गया। इसकी जांच करने के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति के लिए चुना गया। इसके बाद फाइल और आगे नहीं बढ़ी। बार बार जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय का चक्कर काटने के बावजूद कोई लाभ नहीं हो रहा है। जबकि ट्रिब्यनल की ओर से मृत्यु के तीन महीने के अंदर ही नियुक्ति देने का प्रविधान है। यहां तक कि 2020 में नौकरी रहते किसी कर्मचारी या शिक्षक का आकस्मिक निधन हो तो आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति मिलनी चाहिए पर शाहिद इससे वंचित है एवं भाग्य भरोसे दिन काट रहा है।

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