कार्य पद्धति को डिजिटल बनाने की जरूरत : चट्टराज

राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक चट्टराज ने सीआइएसएफ कर्मियों के साथ विचार-विमर्श करते हुए कहा कि कर्मीसमूह को अपनी कार्यपद्धति को डिजिटल तरीके के साथ लगातार अनुकूल बनाने की जरूरत है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:47 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:47 AM (IST)
कार्य पद्धति को डिजिटल बनाने की जरूरत : चट्टराज
कार्य पद्धति को डिजिटल बनाने की जरूरत : चट्टराज

जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दीपक चट्टराज ने सीआइएसएफ कर्मियों के साथ विचार-विमर्श करते हुए कहा कि कर्मीसमूह को अपनी कार्यपद्धति को डिजिटल तरीके के साथ लगातार अनुकूल बनाने की जरूरत है। इस मौके पर सीआइएसएफ के डीआईजी शेखर सहाय, कार्यपालक निदेशक राजवीर सिंह, पंकज कुमार, एके प्रधान, पीके शतपथी और सीआइएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

डिजिटलीकरण की आधुनिक आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताते हुए सीईओ चट्टराज ने सुरक्षा के मामलों में एक डिजिटल परिवर्तन लाने के लिए नए और अभिनव तरीकों को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सीईओ ने कहा, सुरक्षा के मामलों में नए प्रकार के खतरों के साथ-साथ डिजिटल क्षेत्र में अवसरों के प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता है। उन्होंने सीआइएसएफ कर्मियों से विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में संयंत्र को सकुशल और सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने और विशेष प्रयास करने का आग्रह किया। सीईओ ने आशा व्यक्त की कि सीआइएसएफ कर्मियों के चिकित्सा उपचार के मामलों में बनाई गई नीति सभी के लिए फायदेमंद होगी। सीईओ ने संयंत्र की सफलता के लिए सीआइएसएफ और अन्य हितधारकों से प्राप्त समर्थन को महत्वपूर्ण बताया। कहा कि सीआइएसएफ कार्य बल अपने कर्तव्य निर्वहन व सजगता के कारण पूरे औद्योगिक क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। इसे आगे भी बनाए रखने की सीईओ ने अपील की। सीआइएसएफ के डीआइजी सहाय ने सीआइएसएफ राउरकेला यूनिट की ओर से सीईओ को उनके समर्थन और मदद के लिए धन्यवाद दिया। जिससे सीआइएसएफ यूनिट को महामारी के सबसे कठिन समय में भी अपना सर्वश्रेष्ठ देने में मदद मिली।

chat bot
आपका साथी