रसायनों के सुरक्षित संचालन में एसओपी अहम : तिवारी
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कोल केमिकल विभाग (सीसीडी) में रासायनिक आपदा निवारण दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कोल केमिकल विभाग (सीसीडी) में रासायनिक आपदा निवारण दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य महाप्रबंधक प्रबंधक प्रभारी (सीओ एंड सीसी), आइ राजन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को ओड़िया, हिदी और अंग्रेजी में सुरक्षा संकल्प ग्रहण कराया। महा प्रबंधक प्रभारी (सुरक्षा, अग्नि एवं पर्यावरण)। कोक ओवन, कोल केमिकल विभाग और सुरक्षा इंजीनियरिग विभाग के ठेका श्रमिकों सहित कुल 70 कर्मचारियों ने दो अलग-अलग चरणों में सत्र में भाग लिया।
मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी राजन ने अपने संबोधन में सीओ और सीसी क्षेत्रों के विभिन्न प्रकार के खतरों और किसी भी रासायनिक आपदा को रोकने के लिए आवश्यक कदमों के बारे में विस्तार से बताया। तिवारी ने रसायनों के सुरक्षित संचालन में एसओपी के महत्व पर बात की। जबकि घोष ने सामूहिक रूप से किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए सुरक्षा मानकों को बनाए रखने का आग्रह किया। डीएसओ और वरिष्ठ प्रबंधक, सीसीडी (ऑपरेशन), एमके पाणिग्रही ने एएसओ, एसईडी, रवि पाणिग्रही, के सहयोग से कार्यक्रम का समन्वय किया।
उल्लेखनीय है कि आरएसपी का कोयला रसायन विभाग खतरनाक गैसों, एसिड और क्षार सहित विभिन्न प्रकार के रसायनों को संभालता है। व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए संयंत्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, विभाग सभी उत्पादों के सुरक्षित और प्रभावी प्रबंधन के लिए एक मानक प्रक्रिया अपना रहा है। रासायनिक घटनाओं की रोकथाम के लिए एकीकृत रणनीति में खतरे की पहचान और जोखिम मूल्यांकन, इंजीनियरिग प्रथाओं और वैधानिक दिशानिर्देशों के अनुसार सुविधाओं को बनाए रखना, रसायनों के संचालन के दौरान सुरक्षित प्रथाओं का पालन करना, आपातकालीन तैयारी, काम करने वालों और अन्य हितधारकों के प्रशिक्षण और जागरूकता शामिल हैं। विभाग सरंचित अनुसूचित निरीक्षण, मोटाई परीक्षण और पतली लाइनों के प्रतिस्थापन के माध्यम से 5 किलोमीटर से अधिक ईंधन गैस पाइपलाइन का एक विशाल नेटवर्क का देख रेख करता है। विभाग ने पिछले एक साल में ही करीब 2 हजार मीटर पाइपलाइन बदली है। इसके अलावा, रासायनिक भंडारण टैंकों का निरीक्षण किया जा रहा है और आवश्यकता के अनुसार रखरखाव गतिविधियों की योजना बनाई गई है। रसायनों के सुरक्षित संचालन के लिए पं िसुविधाओं का रखरखाव किया जाता है। एसओपी का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है और कर्मचारियों को एसओपी और एसएमपी पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयारियों का आकलन करने के लिए मॉकड्रिल का आयोजन किया जा रहा हैं, जिनकी समीक्षा भी की जाती है और प्रभावशीलता में सुधार के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाती है। विभाग मानक के अनुसार व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली का रखरखाव कर रहा है और यह आइएसओ 45001 से प्रमाणित है।