संभावित कोरोना लहर में असुरक्षित बच्चे, लापरवाह अभिभावक
कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक है। इसकी चेतावनी बार-बार विशेषज्ञ दे रहे हैं। राज्य सरकार जिला प्रशासन से लेकर पंचायत स्तर तक नवजात से लेकर 18 साल के बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों को जागरूक करने का अभियान भी चलाया जा रहा है।
राउरकेला। कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक है। इसकी चेतावनी बार-बार विशेषज्ञ दे रहे हैं। राज्य सरकार, जिला प्रशासन से लेकर पंचायत स्तर तक नवजात से लेकर 18 साल के बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों को जागरूक करने का अभियान भी चलाया जा रहा है। बावजूद अभिभावकों में जागरूकता नहीं आ रही है। बुधवार को राउरकेला सरकारी अस्पताल में इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला । तस्वीर में आप देख सकते हैं कि अभिभावक कितने जागरूक है। इसके अलावा शहर के कई भीड़भाड इलाकों और बाजारों का भी यही हाल है। आप खुद ही अंदाजा लगा लें क्या यह स्थिति कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण नहीं दे रही है। यही हाल शहर के विभिन्न बाजार और दुकानों में भी देखने को मिल जाएगा।
--------
मुंबई केरल में तीसरी लहर का प्रकोप
मुंबई और केरल में कोरोना की तीसरी लहर चरम पर है। जिसके कारण यहां अधिकांश बच्चे इस संक्रमण के चपेट में आकर अस्पताल में इलाज करवा रहे है। जबकि राउरकेला में लोगों ने इसे मजाक बना दिया। जानबूझ कर बच्चों को संक्रमण की ओर ले जा रहे है और सावधानी पूरी तरह से भूल चुके है।
-------------------
आरएमसी कमिश्नर ने की अपील
आरएमसी कमिश्नर सह एडीएम दिव्य ज्योति परीड़ा ने लोगों से अपील की है कि जानबूझ कर बच्चों की जान खतरे में न डालें। लोगों को तीसरी लहर के बारे में पता होने के बावजूद इसको हल्के में ले रहे हैं जोखतरनाक साबित हो सकता है। जरूरत पड़ने पर ही बच्चों को घर से बाहर निकालें। इस दौरान कोविड-19 नियमों का पालन अवश्य करें। अनलॉक में शहर की दुकान व बाजार खुल चुके हैं लेकिन सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। को-ऑर्डिनेशन बैठक का आयोजन किया जा रहा है। एक टीम शहर के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों और शिक्षकों से मुलाकात कर जांच भी करेंगे। लोगों को इसके प्रति खुद से जागरूक होने के साथ गलती करने वाले लोगों को भी जागरूक करना होगा। तभी संक्रमण से सुरक्षित बच सकते हैं। बगैर मास्क के मामले में राउरकेला जुर्माना वसूलने में नंबर वन रहा है। आगामी दिनों में लोग जागरूक नहीं होने पर फिर से अभियान बच्चों को लेकर शुरू करना पड़ेगा। जुर्माना अभिभावकों को भरना पड़ेगा।