शहीद-ए-आजम की स्मृति में जलाई मोमबत्तियां, निकाली रैली

शहर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर रैली निकाली गई और मोमबत्ती जलाकर उन्हें नमन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:38 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:38 PM (IST)
शहीद-ए-आजम की स्मृति में जलाई मोमबत्तियां, निकाली रैली
शहीद-ए-आजम की स्मृति में जलाई मोमबत्तियां, निकाली रैली

संसू, बंडामुंडा : शहर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर रैली निकाली गई और मोमबत्ती जलाकर उन्हें नमन किया गया। बंडामुंडा एफएफसी क्लब के सदस्यों द्वारा डी-सेक्टर स्थित शिव मंदिर से रैली निकलकर सी-सेक्टर हनुमान मंदिर तक गए। रैली में क्लब के अध्यक्ष लखन लोहार, उपाध्यक्ष राजेश दोलेई, सचिव ओम प्रकाश दास, प्रदीप कुमार दास, कुणाल पांडे, निशांत कुमार, छोटू, मिथलेश कुमार, संतोष कुमार आदि मौजूद थे। इस मौके पर लखन लोहार ने कहा कि शहीद भगतसिंह के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। यदि यह क्रांतिकारी न होते तो आज भारत आजाद न होता। इनकी शहादत पर ही हम आजादी की सांस ले रहे हैं। क्रांतिवीर भगत सिंह को किया नमन : गुरु तेग बहादुर गुरुद्वारा वेदव्यास में क्रांतिवीर शहीद भगतसिंह की जयंती मनायी गई। इस मौके पर गुरुद्वारा के अध्यक्ष सरदार सुखविदर सिंह मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम में भगत सिंह कमेटी के अध्यक्ष सोहन सिंह, पूर्व अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह, सरदार निर्मल सिंह, गोविद सिंह समेत अन्य कई गणमान्य उपस्थित थे। आसमान से विराट हैं पिता : परम पूज्य, परम सनिध्य, परम आदरणीय मेरे पिता श्री काली पद तालुकदार 11 वर्ष पूर्व हमें इस धरती पर छोड़ शारीरिक रूप से भगवान के पास चले गए परंतु मन से जन्म जन्मांतर तक हमारे बीच आज भी है और आगे भी रहेंगे। ऐसा हमारा दृढ़ विश्वास हैं। हमारे लिए पिता आसमान के विराट और सागर से दृढ़ जो अंतहीन है। तर्पण के अर्थ पितृ ऋण चुकाना जो हम सात जन्म में नहीं चुका सकते, परंतु उनके दिखाए रास्ते चलने का प्रयत्न सदा करते रहेंगे। वह हमारी तरफ से अपने पिता को तर्पण देना होगा। हमारे पास जो कुछ है उन्हीं का दिया हुआ है। उनका आशीर्वाद हमारे ऊपर बना रहे ताकि हम उनके बताए रास्ते सम्मान के साथ आगे बढ़ सकें। हम आजीवन उन्हें नहीं भूल सकते हैं। वे जहां भी हैं भगवान उन्हें शांति प्रदान करें यही हमारी कामना है।

- कुटन तालुकदार, कालीमंदिर, झारसुगुडा।

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